
करौली (सम्ब्रत चतुर्वेदी/मनीष कुमार बागरी) – राजस्थान की हिंडौन सिटी से कांग्रेस की विधायक अनीता जाटव इन दिनों विवादों में हैं। शहर में उनके खिलाफ बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है “कमीशन खोर, गद्दी छोड़”। यह नारा उसी शैली का है, जिसे कांग्रेस पहले बीजेपी के खिलाफ उपयोग करती थी।
अनीता जाटव कौन हैं?
अनीता जाटव वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से जीत हासिल कर हिंडौन सिटी की विधायक बनीं। इस चुनाव में कांग्रेस ने पांच बार के विधायक भरोसी लाल जाटव का टिकट काटकर अनीता जाटव को मौका दिया। पार्टी में उन्हें वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के करीबी खेमे से जोड़ा जाता है। इससे पहले वे दो बार टिकट की मांग कर चुकी थीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। 2023 में उन्हें मौका मिला और उन्होंने भाजपा की पूर्व महिला विधायक राजकुमारी जाटव को हराया।
विरोध और आरोप
प्रदेश में सामने आए कमीशनखोरी विवाद में अनीता जाटव का नाम आने के बाद हिंडौन सिटी में विरोध शुरू हो गया। कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शहर में होर्डिंग्स लगाए गए। इन होर्डिंग्स में अनीता जाटव की तस्वीर के साथ “कमीशन खोर, गद्दी छोड़” जैसे तीखे शब्द लिखे गए हैं।
होर्डिंग्स को लेकर उठे सवाल
वायरल तस्वीरों में एक समाचार पत्र की कटिंग भी फ्लेक्स पर चस्पा नजर आ रही है, जिसमें लिखा है “समस्त आमजन, विधानसभा क्षेत्र हिंडौन सिटी”। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि होर्डिंग्स किसके निर्देश पर और किसने लगवाए। राजनीतिक गलियारों में इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
सूत्रों के अनुसार, अनीता जाटव के खिलाफ कांग्रेस ने भी आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं। पार्टी इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश में है।