
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रंगदारी मांगने पर विरोध करने वाले एक युवक के साथ हिस्ट्रीशीटर शफीक उर्फ भयंकर ने बेरहमी दिखाई। आरोप है कि शफीक ने अपने भाई वशीक और साथी अफताब उर्फ सुहेब के साथ मिलकर युवक की लोहे की रॉड से पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शफीक और अफताब को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि शफीक का भाई वशीक अभी फरार है।
घटना का विवरण
पीड़ित मोहम्मद तहा के अनुसार, 11 दिसंबर को बांसमंडी इलाके में शफीक भयंकर ने परिवार को बर्बाद करने की धमकी देते हुए 10 हजार रुपये की रंगदारी की मांग की। डर के कारण पीड़ित ने तत्काल 5 हजार रुपये दे दिए और शेष राशि बाद में देने का आश्वासन दिया।
घटना की रात जब पीड़ित चाय की दुकान पर था, तभी आरोपित पहुंचे और शेष रकम की मांग करने लगे। रुपये न होने पर गाली-गलौच और फिर मारपीट शुरू कर दी गई। आरोप है कि शफीक और उसके साथियों ने लोहे की रॉड से पीड़ित के सिर पर हमला किया, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा।
पुलिस कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवक को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। पीड़ित की तहरीर के आधार पर चमनगंज थाना पुलिस ने शफीक भयंकर, वशीक भयंकर और अफताब उर्फ सुहेब के खिलाफ रंगदारी, मारपीट और धमकी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
चमनगंज थाना प्रभारी संजय राय ने बताया कि शफीक भयंकर का नाम कानपुर में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर के तौर पर जाना जाता है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर एक्ट और गुंडा एक्ट सहित कुल 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
फरार आरोपी की तलाश
पुलिस का कहना है कि वशीक भयंकर की गिरफ्तारी के लिए दबिश लगातार जारी है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शफीक ने अपने आपराधिक कृत्यों के कारण अपने नाम के आगे ‘भयंकर’ जोड़ना शुरू किया, जो बाद में उसके परिजनों के साथ भी जुड़ गया।
पुलिस ने इलाके में अपराधियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और कहा कि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।