
चेन्नई: भारत ने 2025 स्क्वैश वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। यह पहली बार है जब किसी एशियाई देश ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। रविवार को फाइनल मुकाबले में भारत ने हांगकांग को 3-0 से करारी शिकस्त दी। इससे पहले भारतीय टीम कभी भी फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी; 2023 में टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन:
मिक्स्ड-टीम इवेंट में भारत ने दूसरी वरीयता के साथ शानदार खेल दिखाया और एक भी मुकाबला गंवाए बिना खिताब अपने नाम किया। ग्रुप स्टेज में भारत ने स्विट्जरलैंड और ब्राजील को 4-0 से हराया। क्वार्टर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका और सेमीफाइनल में दो बार की चैंपियन मिस्र को 3-0 से मात दी।
फाइनल में अनुभवी जोशना चिनप्पा ने दुनिया की नंबर 37 खिलाड़ी ली का यी को 3-1 से हराकर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई। इसके बाद, एशियाई खेलों के पदक विजेता अभय सिंह ने दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी एलेक्स लाउ को 3-0 से हराया। अंत में 17 वर्षीय अनाहत सिंह ने दुनिया की नंबर 31 खिलाड़ी टोमैटो हो को 3-0 से हराकर भारत के लिए खिताब पक्का किया।
टीम में और क्या खास था:
राष्ट्रीय पुरुष एकल चैम्पियन वेलावन सेंथिलकुमार को फाइनल में खेलने की जरूरत ही नहीं पड़ी। भारतीय टीम ने अपनी हर चाल और हर मैच में दबदबा बनाए रखा।
टूर्नामेंट का स्वरूप:
इस टूर्नामेंट में कुल 12 देशों ने हिस्सा लिया, जिनमें भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, मिस्र, हांगकांग, ईरान, जापान, मलेशिया, पोलैंड, साउथ अफ्रीका और स्विट्जरलैंड शामिल थे। स्क्वैश विश्व कप की शुरुआत 1996 में हुई थी, जिसमें पहला खिताब ऑस्ट्रेलिया ने जीता। इसके बाद इंग्लैंड (1999), मिस्र (2011 और 2023) ने खिताब अपने नाम किया।
नोट: 2028 में स्क्वैश ओलंपिक में डेब्यू करने जा रहा है, ऐसे में भारत की यह जीत इस खेल के भविष्य के लिए भी प्रेरणादायक साबित होगी।