Monday, December 15

सिंहस्थ 2028 की तैयारी तेज, निर्बाध बिजली आपूर्ति पर खास फोकस

उज्जैन। सिंहस्थ 2028 को लेकर उज्जैन में तैयारियां अभी से तेज कर दी गई हैं। लगभग 30 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन किसी भी स्तर पर चूक नहीं चाहता। इसी क्रम में महाकुंभ जैसे विशाल आयोजनों की बिजली व्यवस्था संभाल चुकी उत्तर प्रदेश पावर डिपार्टमेंट की एक्सपर्ट टीम उज्जैन पहुंची है। यह टीम सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जमीनी हालात का अध्ययन करेगी और व्यावहारिक अनुभव साझा करेगी।

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शिप्रा तट पर बिजली प्रबंधन का गहन अध्ययन

यूपी से आई विशेषज्ञ टीम शिप्रा नदी के किनारे फैले मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर रही है। टीम बिजली वितरण, लोड मैनेजमेंट, आपातकालीन व्यवस्था और तकनीकी चुनौतियों का आकलन कर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करेगी, ताकि आयोजन के दौरान बिजली सप्लाई में किसी प्रकार की रुकावट न आए।

30 करोड़ श्रद्धालु, रिकॉर्ड बिजली खपत की आशंका

हर 12 वर्ष में आयोजित होने वाले सिंहस्थ 2028 में देश-विदेश से करीब 30 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। यह आयोजन गर्मियों के पीक सीजन में होगा, जब बिजली की मांग स्वाभाविक रूप से अधिक रहती है। एयर कंडीशनर और अन्य हाई-लोड उपकरणों के व्यापक उपयोग से बिजली खपत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।

अधिकारियों के अनुसार, सिंहस्थ के दौरान उज्जैन शहर और मेला क्षेत्र में बिजली की मांग करीब 100 करोड़ यूनिट तक पहुंच सकती है, जबकि पिछले सिंहस्थ में यह आंकड़ा 60 से 70 करोड़ यूनिट के बीच था।

16 से 19 दिसंबर तक रहेगा एक्सपर्ट टीम का दौरा

यूपी पावर डिपार्टमेंट की टीम का यह तीन दिवसीय दौरा 16 से 19 दिसंबर 2025 तक प्रस्तावित है। इस दौरान मध्य प्रदेश वेस्टर्न रीजन पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के साथ तकनीकी अनुभव और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान किया जाएगा।
डिस्कॉम वेस्टर्न रीजन के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य गर्मियों के पीक महीनों में स्थिर और भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक समाधान तैयार करना है।

24×7 कॉल सेंटर और हाईटेक मॉनिटरिंग सिस्टम

सिंहस्थ के दौरान बिजली संबंधी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए मेला क्षेत्र में 24 घंटे सक्रिय कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। साथ ही SCADA सिस्टम के माध्यम से रियल-टाइम फॉल्ट डिटेक्शन और तेजी से बिजली बहाली की व्यवस्था की जाएगी।

लाखों श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध अनुभव

प्रशासन की योजना में लोड फोरकास्टिंग, फीडर लेवल अपग्रेडेशन, महत्वपूर्ण स्थानों पर रिडंडेंसी और मजबूत लास्ट-माइल कनेक्टिविटी शामिल है। इन तमाम इंतजामों का लक्ष्य यही है कि सिंहस्थ 2028 में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के सुरक्षित और सुचारू सुविधाएं मिल सकें।

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