
जयपुर: जयपुर नगर निगम ने शहर के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा शुरू की है। नगर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी के निर्देशानुसार अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए निगम मुख्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। यह सुविधा सोमवार, 15 दिसंबर से सभी जोन कार्यालयों में उपलब्ध होगी।
जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्णय
पहले केवल निजी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों के प्रमाण पत्र जोन कार्यालय से बनते थे, जबकि सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए निगम मुख्यालय आना जरूरी था। अब इस असुविधा को खत्म कर सभी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों के प्रमाण पत्र उनके संबंधित जोन कार्यालय से जारी होंगे। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भी यही सुविधा लागू होगी। आयुक्त डॉ. सैनी ने कहा कि यह कदम नागरिकों का समय, पैसा और यात्रा की बचत करेगा और जनसुविधा को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा सुधार है।
विवाह प्रमाण पत्र की सुविधा
विवाह प्रमाण पत्र पहले की तरह जोन कार्यालय और नगर निगम मुख्यालय दोनों जगह बनाए जा सकेंगे। सभी जोन कार्यालयों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि आवेदन प्रक्रिया पारदर्शी, सुव्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से पूरी की जाए।
बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र जारी करने वाले जोन और अस्पताल:
- हवामहल आमेर जोन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आमेर, पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, राष्ट्रीय आयुर्वेद चिकित्सालय आमेर।
- मालवीय नगर जोन: महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट, रुक्मणि देवी जयपुरिया चिकित्सालय, संतोकबा दुर्लभ जी अस्पताल रामबाग सर्किल।
- सिविल लाइंस जोन: जनाना अस्पताल चांदपोल, सैटेलाइट चिकित्सालय बनीपार्क, हरबख्श कांवटिया अस्पताल शास्त्री नगर, केंद्रीय अस्पताल उत्तर पश्चिम रेलवे।
- सांगानेर जोन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांगानेर।
- विद्याधर नगर जोन: सैनिक अस्पताल।
- आदर्श नगर जोन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जामडोली।
- झोटवाड़ा जोन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिरसी।
- जगतपुरा जोन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोनेर।
मुख्यालय से जारी प्रमाण पत्र:
एसएमएस अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, स्टेट कैंसर हॉस्पिटल, जेके लोन अस्पताल, आरयूएचएस अस्पताल और मनोचिकित्सालय जयपुर में जन्म लेने वाले बच्चों के प्रमाण पत्र निगम मुख्यालय से जारी होंगे।
इस नई व्यवस्था से जयपुर में नागरिकों को प्रमाण पत्र बनाने में लगने वाला समय और यात्रा का झंझट काफी हद तक कम हो जाएगा और सेवाओं की उपलब्धता और तेजी से बढ़ेगी।