
पिछले पांच साल यानी 2020 से 2025 के बीच शेयर बाजार ने निवेशकों को सुख-दुःख दोनों ही अनुभव दिए। मोतीलाल ओसवाल की हालिया स्टडी के अनुसार, यह पांच साल तीन दशक में सबसे तेजी से पैसा बनाने वाला दौर रहा।
इस दौरान देश की टॉप 100 वेल्थ क्रिएटर्स कंपनियों ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए। इन कंपनियों का सालाना चक्रवृद्धि विकास दर (CAGR) 38% रही, जबकि सेंसेक्स का CAGR केवल 21% रहा।
सबसे ज्यादा पैसा बनाने वाले शेयर
वेल्थ क्रिएशन में भारती एयरटेल सबसे आगे रही। पांच साल में इसने अपने बाजार मूल्य में 7.9 लाख करोड़ रुपये जोड़े। इसके बाद ICICI बैंक का नंबर है, जिसकी मार्केट वैल्यू 5 साल में 7.4 लाख करोड़ रुपये बढ़ी। वहीं, BSE ने सालाना 124% रिटर्न देकर निवेशकों को सबसे तेज़ लाभ दिलाया। ऑल राउंड परफॉर्मर में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने 75% CAGR के साथ शानदार रिटर्न दिया।
सबसे ज्यादा नुकसान करने वाले शेयर
दूसरी ओर, निवेशकों को नुकसान पहुंचाने में भी कई बड़े शेयर शामिल रहे। टॉप 10 नुकसान करने वाले शेयरों ने कुल मिलाकर निवेशकों का 82% नुकसान किया। इस लिस्ट में बंधन बैंक, वोडाफोन आइडिया, जी एंटरटेनमेंट, पीवीआर आईनॉक्स, फ्यूचर कंज्यूमर, राजेश एक्सपोर्ट्स और व्हर्लपूल इंडिया जैसे नाम शामिल हैं।
- राजेश एक्सपोर्ट्स के शेयर में 5 साल में 60% की गिरावट आई, यानी हर साल औसतन 19% का नुकसान।
- व्हर्लपूल इंडिया में 5 साल में 56% गिरावट, यानी सालाना औसतन 11% का नुकसान।
- बंधन बैंक के शेयरों ने कुल 6% सालाना नुकसान दिया, जिससे निवेशकों का ₹8,400 करोड़ डूबा।
- कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने पांच साल में निवेशकों को ₹7,100 करोड़ का फटका दिया। हालांकि पिछले छह महीनों में इसके शेयर 50% से बढ़े, जिससे सालाना CAGR 17% पॉजिटिव रहा।
कंज्यूमर और रिटेल सेक्टर ने सबसे बड़ा झटका दिया
कंज्यूमर और रिटेल सेक्टर में शामिल धानी सर्विसेज, रिलैक्सो फुटवियर, पीवीआर आईनॉक्स, स्पंदन स्फूर्ति, जी एंटरटेनमेंट और फ्यूचर कंज्यूमर ने कुल मिलाकर निवेशकों का ₹14,100 करोड़ डुबो दिया। कुल नुकसान का 44% यानी ₹29,600 करोड़ सिर्फ इस सेक्टर में हुआ। इसके बाद फाइनेंशियल और टेलीकॉम सेक्टर का नंबर है।
निष्कर्ष:
पिछले पांच साल निवेशकों के लिए सुख-दुःख दोनों लेकर आए। जहां एयरटेल, ICICI बैंक और BSE ने निवेशकों को मालामाल किया, वहीं वोडाफोन, राजेश एक्सपोर्ट्स और कई कंज्यूमर सेक्टर कंपनियों ने बड़ा झटका दिया।