
नई दिल्ली: कश्मीर की आसिया बेगम ने अपने जीवन की कठिनाइयों को मात देकर सफलता की कहानी लिखी है। भारतीय सेना में तैनात उनके पति की मुठभेड़ में शहादत हो गई। इसके बाद एक और त्रासदी आई जब उनका मकान आग की भेंट चढ़ गया। लेकिन आसिया ने हार नहीं मानी और अपने पिता के घर लौटकर नई शुरुआत की।
छत पर मशरूम और सब्जियों की खेती से उन्होंने सालाना लाखों रुपये की कमाई शुरू की। उन्होंने छोटे पैमाने पर अपने कमरे में मशरूम उगाना शुरू किया और इसके बचे हुए कम्पोस्ट का उपयोग कर छत पर सब्जियां उगाईं। आज उनके पास कोलार्ड ग्रीन्स, प्याज, आलू, बैंगन, पालक, मिर्च, टमाटर, बीन्स, गाजर और कई अन्य पौधे हैं।
आसिया बताती हैं, “लोग कहते थे कि मेरा जीवन खत्म हो गया है। लेकिन मेरे पिता ने मुझ पर भरोसा जताया। कमांडेंट के सुझाव पर मैंने मशरूम उगाना शुरू किया और फिर इसे विस्तार देते हुए सब्जियों की खेती भी शुरू की।”
आज आसिया मासिक 35,000 से 40,000 रुपये कमाती हैं। इसमें मशरूम से लगभग 20,000 रुपये, सब्जियों से 10,000 रुपये, पौधों से 7,000–10,000 रुपये और घर के बने मसालों से अतिरिक्त आय शामिल है। इससे उनकी सालाना कमाई लगभग 5 लाख रुपये तक पहुँच गई है।
आसिया बेगम की कहानी साबित करती है कि मुश्किलें चाहे कितनी भी बड़ी हों, हौसला और मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है।