
मथुरा: मथुरा में साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ कर एसएसपी श्लोक कुमार ने क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की मिसाल कायम की है। गुरुवार को चलाए गए ‘ऑपरेशन बजरंग’ के दौरान चार गांवों में घेराबंदी कर 37 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और शुक्रवार को जेल भेजा गया। पुलिस के अनुसार, इस अभियान में लगभग 10 घंटे लगे और पांच नाबालिगों को छोड़ दिया गया।
कौन हैं श्लोक कुमार?
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने बीआईटी से 2010 में इंजीनियरिंग की और बाद में आईओसी में काम करने के बाद UPSC की तैयारी कर सिविल सर्विसेज में चयनित हुए। इससे पहले वे आगरा, रायबरेली, गाजियाबाद और हमीरपुर में तैनात रह चुके हैं। उनके पिता भी सीनियर आईएएस अधिकारी रह चुके हैं।
ऑपरेशन में आए चौंकाने वाले तथ्य
पुलिस ने खुलासा किया कि ठगों ने 25 दिनों में 183 मोबाइल नंबरों के जरिए देशभर के लोगों को ठगी का शिकार बनाया। आरोपियों ने मोबाइल और सिम कार्ड खेतों में दबाकर छिपाए थे। सिम कार्ड असम से मंगवाए जाते थे और ठगी की रकम अमेज़न गिफ्ट कार्ड में जमा कर महंगी खरीदारी की जाती थी।
‘संस्कारी बालक’ ग्रुप का खेल
ठगी के लिए ‘संस्कारी बालक’ नामक ग्रुप बनाया गया था। पीड़ितों से पैसे लेने के बाद क्यूआर कोड वाला व्यक्ति ग्रुप से बाहर हो जाता था। इस पूरी रकम का लगभग 40% हिस्सा ग्रुप संचालक और 7% ठगों को दिया जाता था।
शानदार संपत्ति और आलिशान घर
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने आरोपियों के घरों में महंगी एप्पल वॉच और आलीशान मकान देखा, जिसमें एक घर को क्षेत्र में ‘व्हाइट हाउस’ कहा जाता है।
जांच जारी
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पुलिस अब अतिरिक्त तकनीकी उपकरणों की मदद से जमीन में दबाए गए मोबाइल फोन बरामद करेगी। साथ ही बारात समारोह और अन्य घटनाओं से जुड़े अपराधियों की तलाश भी जारी है।
इस ऑपरेशन से मथुरा में साइबर ठगी के खिलाफ सख्त संदेश गया है कि कानून के हाथ लंबे हैं और अपराधियों को अंधेरे में छिपने की कोई छूट नहीं है।