Saturday, December 13

यूरोप में छुट्टियां, बिहार में सियासी सवाल—तेजस्वी यादव के वीडियो पर सोशल मीडिया में घमासान

पटना।
बिहार की राजनीति में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को लेकर है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद और शीतकालीन सत्र के बीच तेजस्वी यादव का यूरोप रवाना होना सियासी बहस का विषय बन गया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने तेजस्वी यादव का एक वीडियो अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से साझा किया, जिसके बाद नेटिजन्स की प्रतिक्रियाओं का तूफान खड़ा हो गया।

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‘साहब बनके कैसा तन गया’—वीडियो ने बढ़ाया विवाद

बीजेपी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में तेजस्वी यादव ब्लू सूट और आसमानी शर्ट में, क्लीन शेव लुक में टहलते नजर आ रहे हैं। बैकग्राउंड में फिल्मी गाना—“साहब बनके कैसा तन गया”—बज रहा है। वीडियो किसी लग्जरी लोकेशन का प्रतीत होता है, जहां पूल लाउंजर, डेक चेयर और आरामदायक कुर्सियां दिखाई दे रही हैं।
वीडियो में तेजस्वी यादव पूरी तरह रिलैक्स और छुट्टी के मूड में नजर आते हैं।

बीजेपी का तीखा तंज

वीडियो साझा करते हुए बीजेपी ने कैप्शन में लिखा—
“आरजेडी की कुशासन राजनीति डूबने के बाद अब ऐश कर रहा 9वीं फेल नेता।”
बीजेपी के इस पोस्ट को खबर लिखे जाने तक 23 हजार से अधिक व्यूज, सैकड़ों लाइक्स और दर्जनों शेयर मिल चुके थे।

सोशल मीडिया पर बंटी राय

वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी और मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
कुछ यूजर्स ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि व्यक्तिगत जीवन और छुट्टियों को राजनीतिक हथियार बनाना गलत है। वहीं कुछ लोगों ने तेजस्वी यादव को चुनाव हार के बाद शालीनता और गंभीरता दिखाने की सलाह दी।

एक यूजर ने लिखा—
“चुनाव खत्म हुआ है, अब शोशाबाजी छोड़कर जिम्मेदारी निभाइए।”

दूसरी ओर, कुछ नेटिजन्स ने तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता और पार्टी की चुनावी हार को लेकर भी तीखे कटाक्ष किए। वहीं कई यूजर्स ने बीजेपी से सवाल किया कि “इस तरह की पोस्ट से आखिर हासिल क्या होगा?”

पार्टी के भीतर भी बेचैनी

बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव पत्नी राजश्री यादव और बच्चों कात्यायनी व इराज के साथ क्रिसमस और नए साल की छुट्टियां मनाने यूरोप गए हैं। वे 1 और 2 दिसंबर को विधानसभा में मौजूद थे, लेकिन इसके बाद शीतकालीन सत्र से गैरहाजिर हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी के भीतर हार की समीक्षा बैठकें चल रही हैं, और ऐसे समय में तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति को लेकर असंतोष भी उभर रहा है। कुछ नेताओं को पार्टी में संजय यादव की बढ़ती सक्रियता और तेजस्वी की कथित लापरवाही से परेशानी है। वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी भी समय-समय पर तेजस्वी के व्यवहार और अहंकार पर सवाल उठाते रहे हैं।

राजनीति बनाम निजी जीवन

तेजस्वी यादव का यूरोप दौरा अब केवल एक निजी यात्रा नहीं रह गया है, बल्कि राजनीतिक जिम्मेदारी और नेतृत्व की गंभीरता से जुड़ा सवाल बन चुका है। बिहार की सियासत और मीडिया—दोनों में यह चर्चा तेज है कि चुनावी हार के बाद विपक्ष के नेता से जिस सक्रियता की अपेक्षा थी, वह फिलहाल दिखाई नहीं दे रही।

स्पष्ट है कि यूरोप की छुट्टियां और सोशल मीडिया का यह वीडियो तेजस्वी यादव के लिए सियासी राहत नहीं, बल्कि नई बहस और दबाव लेकर आया है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि वे इन सवालों का जवाब किस अंदाज़ में देते हैं—सियासत के मंच पर या सोशल मीडिया के जरिये।

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