
नई दिल्ली: मधुसूदन की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। आगर मालवा, मध्य प्रदेश के रहने वाले मधुसूदन ने BSc में फेल होने के बावजूद हार नहीं मानी। आर्थिक चुनौतियों के बीच उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की, लेकिन अफसर बनने का सपना लगातार उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा।
शुरुआत और चुनौतियां
मधुसूदन ने 10वीं में 62 प्रतिशत और 12वीं में 72 प्रतिशत अंक हासिल किए। BSc में फेल होने के बाद वह एक पल के लिए हतोत्साहित जरूर हुए, लेकिन उन्होंने सपनों को नहीं छोड़ा।
तीन साल की कठिन तैयारी
2017 में इंदौर स्थित एक NGO की फ्री लाइब्रेरी में उन्होंने तैयारी शुरू की। दिन में गार्ड की ड्यूटी और रात में पढ़ाई का सिलसिला लगातार तीन साल चला। समाज की बातों और तानों के बावजूद उन्होंने खुद पर भरोसा बनाए रखा।
पहला प्रयास और सीख
2021 में पहले प्रयास में मेंस में फेल होने के बाद भी मधुसूदन ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी कमजोरियों पर काम किया और तैयारी को और बेहतर बनाया।
सफलता का पल
अंततः MPPSC 2022 में उनका चयन हुआ और वह Commercial Tax Inspector (CTI) बने। परिणाम आने पर उनकी खुशी आंसुओं में छलक गई।
प्रेरणा संदेश
मधुसूदन का सफर बताता है कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से किसी भी मुश्किल हालात को पार किया जा सकता है। आज वह सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम करने को तैयार हैं।