
नई दिल्ली: इंजीनियरिंग में टॉप कॉलेजों में एडमिशन के लिए देश में दो बड़े एग्जाम होते हैं – JEE Main और JEE Advanced। लाखों छात्र हर साल इन परीक्षाओं में बैठते हैं। अगर आप भी इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं, तो दोनों एग्जाम के बीच अंतर को समझना जरूरी है।
JEE Main क्या है?
- कंडक्टिंग संस्था: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA)
- उद्देश्य: NITs, IIITs और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए एलिजिबिलिटी
- लेवल: 11वीं-12वीं क्लास के फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स
- विशेषता: आसान स्तर का एग्जाम, बेसिक नॉलेज पर आधारित
JEE Advanced क्या है?
- उद्देश्य: केवल IITs में BTech प्रोग्राम में एडमिशन
- योग्यता: JEE Main के टॉप रैंकर्स ही JEE Advanced के लिए एलिजिबल
- लेवल: कठिन, स्टूडेंट्स की गहन समझ और एप्लिकेशन स्किल्स टेस्ट करता है
मुख्य अंतर:
| विशेषता | JEE Main | JEE Advanced |
|---|---|---|
| कठिनाई स्तर | आसान | अधिक कठिन |
| एडमिशन कॉलेज | NITs, IIITs, अन्य | IITs |
| योग्यता | 12वीं पूरी या एग्जाम ईयर में | JEE Main क्लियर, टॉप रैंकर्स |
| समयसीमा | जनवरी–अप्रैल | मई–जून, JEE Main रिजल्ट के बाद |
कौन पहले होता है?
- JEE Main हमेशा पहले होता है।
- JEE Advanced JEE Main क्वालिफाई करने के बाद दिया जाता है।
निष्कर्ष: JEE Main बेसिक नॉलेज और प्रवेश के लिए है, जबकि JEE Advanced गहन समझ और IIT जैसे टॉप इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए। 12वीं से पहले इन दोनों परीक्षाओं की जानकारी रखना जरूरी है ताकि तैयारी सही दिशा में हो।