
नई दिल्ली: क्या आपने कभी सोचा है कि बिजली बिना तार के आपके घर तक पहुंच सकती है? सुनने में यह चौंकाने वाला लगता है, लेकिन वैज्ञानिक इसे सच करने की दिशा में काम कर रहे हैं। 2030 तक यह तकनीक आम घरों में देखने को मिल सकती है।
पहले भी हो चुके हैं सफल प्रयोग
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2017 में डिज़नी रिसर्च ने एक पूरा कमरा बनाया था, जिसमें कोई तार नहीं था। कमरे की दीवारें मेटल की थीं और बीच में तांबे का खंभा लगा था। इससे पूरे कमरे में मैग्नेटिक एरिया बना और फोन, लाइट, पंखे सभी हवा से बिजली ले रहे थे।
साल 2021 में टोक्यो यूनिवर्सिटी ने ऐसा घर जैसा कमरा तैयार किया, जिसमें छुपी प्लेटों के माध्यम से उपकरण बिना तार के चार्ज हो रहे थे और यह पूरी तरह सुरक्षित था।
भविष्य में यह कैसे काम करेगा
लंबी दूरी तक बिना तार बिजली पहुंचाने के लिए लेजर किरण का इस्तेमाल किया जाएगा। बिजली को माइक्रोवेव या लेजर किरणों में बदलकर भेजा जाएगा और रिसीवर इसे फिर से बिजली में बदल देगा। इस तरह घरों और उपकरणों तक बिजली पहुंचाई जा सकेगी।
बिना तार बिजली के फायदे
- घर में तारों का जाल खत्म हो जाएगा।
- इलेक्ट्रिक गाड़ियां आसानी से चार्ज होंगी।
- अस्पतालों में करंट का खतरा कम होगा।
- पानी के नीचे काम करने वाले रोबोट और सबमरीन भी बिना तार के चार्ज हो सकेंगे।
- 2030 तक दुनिया में 25 अरब से ज्यादा स्मार्ट डिवाइस एक साथ चल सकेंगी।
अभी भी चुनौतियां बाकी
हालांकि तकनीक बहुत फायदेमंद है, लेकिन अभी महंगी है। बिजली का कुछ हिस्सा रास्ते में बर्बाद हो जाता है और हीट बनकर खर्च हो जाता है। अलग-अलग कंपनियों के सिस्टम आपस में मेल नहीं खाते और सुरक्षा भी बड़ी चिंता है। वैज्ञानिक इन सभी चुनौतियों को दूर करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
2030 तक घरों में बिना तार बिजली का सपना सच होने वाला है। लेजर तकनीक और स्मार्ट रिसीवर के माध्यम से यह नवाचार हमारे घरों और रोजमर्रा की जिंदगी को पूरी तरह बदल सकता है।