
नई दिल्ली: विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड निवेशकों ने नवंबर महीने में फिर से बाजार पर भरोसा जताया। इस दौरान इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश 21% बढ़कर लगभग 29,911 करोड़ रुपये हो गया। यह तीन महीने की गिरावट के बाद निवेश में वापसी का संकेत है।
इक्विटी स्कीमों में जोरदार वापसी
इंडस्ट्री बॉडी AMFI द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लगातार निवेश की वजह से इक्विटी स्कीमों ने मजबूती बनाए रखी। हालांकि SIP के जरिए निवेश में मामूली कमी देखी गई।
सुरक्षित निवेश की मांग में कमी
सुरक्षित निवेश की ओर रुझान घटा और Gold ETFs में निवेश अक्टूबर के 7,743 करोड़ रुपये से घटकर नवंबर में 3,742 करोड़ रुपये रह गया। वहीं, डेट फंड्स से भारी पैसा निकला। नवंबर में डेट MF से 25,692 करोड़ रुपये, ओवरनाइट फंड्स से 37,624 करोड़, और लिक्विड फंड्स से 14,051 करोड़ रुपये निकाले गए।
मनी मार्केट और शॉर्ट-टर्म फंड्स में बढ़ी रुचि
निवेशकों ने इस दौरान मनी मार्केट में 12,822 करोड़, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में 9,068 करोड़, और लो ड्यूरेशन फंड्स में 5,800 करोड़ रुपये का निवेश किया।
AMFI के आंकड़े – नवंबर 2025
- इक्विटी इनफ्लो: 29,911 करोड़ रुपये (अक्टूबर: 24,690 करोड़)
- SIP इनफ्लो: 29,445 करोड़ रुपये
- फ्लेक्सी-कैप इनफ्लो: 8,135 करोड़ रुपये
- डेट फंड आउटफ्लो: 25,692 करोड़ रुपये
- गोल्ड ETF इनफ्लो: 3,742 करोड़ रुपये (अक्टूबर: 7,743 करोड़)
विश्लेषण: निवेशकों की यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि वे अब जोखिम भरे, लेकिन संभावनाओं वाले इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं, जबकि सुरक्षित निवेश जैसे गोल्ड ETFs और डेट फंड्स की चमक कुछ फीकी पड़ रही है।