
नई दिल्ली: पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने पेंशन फंड्स के लिए निवेश के दायरे का विस्तार किया है। अब पेंशन फंड्स गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ के साथ-साथ निफ्टी के टॉप 250 शेयरों में भी निवेश कर सकते हैं। इससे पहले ये केवल निफ्टी 200 स्टॉक्स में निवेश करने के पात्र थे।
क्या है नया निवेश दायरा?
- नैशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के तहत पेंशन फंड्स अब Gold & Silver ETFs, REITs और Alternate Investment Funds (AIFs) में भी निवेश कर सकेंगे।
- निफ्टी 250 शेयरों में निवेश कुल पेंशन फंड कॉरपस का 25% से अधिक नहीं होगा।
नॉन-गवर्नमेंट और रिटेल निवेशकों के लिए दिशा-निर्देश
- गोल्ड और सिल्वर ETF को इक्विटी कैटेगरी (Asset Class E) में रखा गया है।
- REIT यूनिट्स और इक्विटी फोकस्ड AIF भी इसी कैटेगरी में शामिल हैं।
- पेंशन फंड्स इस पूरे समूह में कुल निवेश इक्विटी अलोकेशन का 5% से अधिक नहीं कर सकते।
सरकारी स्कीमों के लिए सीमाएं
- गोल्ड ETF में कुल निवेश स्कीम की 1% से अधिक नहीं हो सकता।
- सिल्वर ETF में भी यही सीमा 1% निर्धारित की गई है।
- निवेश पर Investment Management Fee ली जा सकती है।
AIF और डेट फंड में निवेश
- कैटेगरी I और II AIF में निवेश की अनुमति है, जिसमें प्रत्येक AIF का मिनिमम कॉरपस 100 करोड़ रुपये होना चाहिए।
- गैर-सरकारी स्कीमों के लिए डेट-ओरिएंटेड AIF में कुल निवेश डेट अलोकेशन का 5% से अधिक नहीं होगा।
- इक्विटी-ओरिएंटेड AIF में गोल्ड, सिल्वर ETF और REIT यूनिट्स में निवेश कुल इक्विटी अलोकेशन का 5% से अधिक नहीं होगा।
REIT और InvIT में निवेश की नई सुविधा
- पेंशन फंड्स अब REIT और InvIT यूनिट्स तथा डेट सिक्योरिटीज में निवेश कर सकते हैं।
- सरकारी स्कीमों के लिए AAA रेटेड डेट सिक्योरिटीज में निवेश अनिवार्य है।
- गैर-सरकारी स्कीमों के लिए REIT और InvIT में निवेश में कम से कम दो AA रेटेड एजेंसियों की रेटिंग होनी चाहिए।
- कुल निवेश पेंशन फंड के AUM का 3% से अधिक नहीं होना चाहिए।
- सरकार की ओर से जारी डेट ETF में भी निवेश की अनुमति दी गई है।
विश्लेषण: PFRDA का यह कदम पेंशन फंड्स को विविध निवेश विकल्पों में प्रवेश देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब पेंशन फंड्स पारंपरिक स्टॉक्स और डेट इंस्ट्रूमेंट्स के अलावा सोने, चांदी और रियल एस्टेट सेक्टर में भी अपने निवेश को फैलाकर रिटर्न बढ़ा सकते हैं।