
अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की फील्ड तेजी से उभर रही है और एप्पल, गूगल जैसी टॉप कंपनियों में AI एक्सपर्ट्स की भारी मांग है। भारतवंशी AI एक्सपर्ट देवी पारिख ने बताया कि इस क्षेत्र में सफल होने के लिए पीएचडी अनिवार्य नहीं है।
देवी पारिख का सफर
- 2000 में इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पढ़ाई के दौरान AI में दिलचस्पी शुरू।
- 2009 में कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर विजन में पीएचडी।
- 2016 में फेसबुक AI रिसर्च में रिसर्च साइंटिस्ट।
- 2021 में मेटा में फुल-टाइम और बाद में सीनियर डायरेक्टर, जनरेटिव AI।
- अब Yutori AI स्टार्टअप की को-फाउंडर और CEO।
देवी पारिख का अनुभव दिखाता है कि असली दुनिया का एक्सपीरियंस और टेक्निकल स्किल्स ही AI में सफलता की कुंजी हैं।
AI में करियर बनाने के टिप्स
- पीएचडी जरूरी नहीं: स्टार्टअप, बड़ी टेक लैब्स और ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स के जरिए जरूरी एक्सपीरियंस हासिल करें।
- प्रोजेक्ट पर फोकस करें: किसी एक आइडिया पर लगातार काम करें और उसमें सफलता हासिल करें।
- वास्तविक दुनिया का अनुभव: वास्तविक प्रोजेक्ट्स और इंटरव्यू से स्किल्स साबित होंगी।
- विभिन्न टूल्स पर प्रैक्टिस: AI तेजी से बदल रहा है; अलग-अलग टूल्स और टेक्नोलॉजी पर काम करना सीखें।
- लगातार मेहनत: समय और मेहनत लगाकर खुद को दूसरों से अलग बनाएं।
कंपनियां किसे हायर करती हैं?
देवी पारिख के अनुसार, Yutori जैसी कंपनियां उन लोगों को हायर करती हैं जिनके पास असल दुनिया का एक्सपीरियंस हो, टेक्निकल स्किल्स हों और इंटरव्यू पास करने की क्षमता हो।
निष्कर्ष
AI की फील्ड में करियर बनाने के लिए पीएचडी जरूरी नहीं, बल्कि प्रैक्टिकल अनुभव, स्किल्स और प्रोजेक्ट्स पर काम करना सफलता की असली कुंजी है। अमेरिकी स्टार्टअप्स और बड़ी कंपनियां ऐसे प्रोफेशनल्स को जल्दी हायर करती हैं, जो टेक्नोलॉजी में माहिर हैं और असली दुनिया के अनुभव के साथ आते हैं।