
बड़वानी: लाल मिर्च के आकर्षक दाम दिखाकर बड़वानी के व्यापारी से ₹5.64 लाख की ठगी करने वाला शातिर ठग सोमनाथ कागल आखिरकार 20 महीने बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी कर्नाटक के हुबली शहर में फर्जी नाम से रह रहा था और वहीं मसालों का कारोबार कर रहा था। सेंधवा थाना पुलिस ने 1,000 किलोमीटर दूर जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया और उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
सोशल मीडिया पर लगाया जाल, फोटो भेजकर फंसाया
सेंधवा शहर के व्यापारी की पहचान सोशल मीडिया के जरिए आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित ओम ट्रेडर्स के कथित मालिक सोमनाथ से हुई।
आरोपी ने व्हाट्सऐप पर मिर्ची के सैंपल की फोटो भेजकर भरोसा जीत लिया और कम कीमत पर माल देने का वादा किया। सौदा तय होने के बाद व्यापारी ने 14 और 15 फरवरी 2024 को कुल ₹5,64,500 आरोपी के बैंक खाते में भेज दिए।
लेकिन जैसे ही व्यापारी ने 17 फरवरी को मिर्च की खेप की जानकारी मांगी, आरोपी का मोबाइल बंद मिला। व्यापारी समझ गया कि उसके साथ धोखा हो गया है।
20 महीने तक गायब, अलग-अलग नाम से कर रहा था व्यापार
थाना प्रभारी निरीक्षक बलजीत सिंह बिसेन के अनुसार मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों की गहन जांच शुरू की।
जांच में सामने आया कि सोमनाथ पिछले 18–20 महीनों से घर से फरार था और हुबली (कर्नाटक) में नई पहचान बनाकर मिर्ची और हल्दी का कारोबार कर रहा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर ने आरोपी पर ₹2,000 का इनाम घोषित किया था।
लोकेशन ट्रैक की, दबिश देकर दबोचा
पुलिस की विशेष टीम ने तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की। पता चला कि वह धारवाड़ जिले के हुबली क्षेत्र में लगातार ठिकाना बदलकर रह रहा है।
पुलिस टीम ने वहां दबिश देकर आरोपी को काबू कर लिया और सेंधवा लाकर न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अन्य राज्यों में भी खुलेगा फर्जीवाड़े का नेटवर्क?
पुलिस का मानना है कि सोमनाथ कागल ने इसी तरह अन्य राज्यों में भी व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी की हो सकती है।
टीम अब उसके बैंक खातों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुराने सभी सौदों और संपर्कों की जांच कर रही है।
इस गिरफ्तारी ने साफ कर दिया है कि ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर आकर्षक दाम दिखाकर की जाने वाली ठगी अब नई चुनौती बनती जा रही है। पुलिस ने व्यापारियों को ऐसे सौदों में सावधानी बरतने की अपील की है।
