
इस्लामाबाद/काबुल। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर शुक्रवार देर रात फिर से भारी गोलीबारी हुई, जिससे पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति और बिगड़ गई है। दोनों देशों के अधिकारियों ने इस झड़प की पुष्टि की है।
अफगान तालिबान का दावा
अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि उनके लड़ाकों ने पाकिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में हमले किए। तालिबान का कहना है कि यह कार्रवाई पाकिस्तान की सीमा पर सुरक्षा खतरों के जवाब में की गई।
पाकिस्तान का जवाब
पाकिस्तानी सरकार ने अफगान सेना पर चमन सीमा पर बिना उकसावे के हमला करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान पूरी तरह अलर्ट है और अपनी क्षेत्रीय अखंडता और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना को हालात के दबाव में 20 से ज्यादा चौकियां छोड़कर पीछे हटना पड़ा।
हमले की शुरुआत पाकिस्तान ने की
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने पहले आम नागरिक क्षेत्रों पर रॉकेट दागे, जिससे स्पिन बोल्डक में भारी नुकसान हुआ। इसके बाद अफगान सेना ने प्रतिक्रिया में ऑपरेशन शुरू किया।
पिछली वार्ता और तनाव की वजह
हाल ही में पाकिस्तान और तालिबान प्रतिनिधि सऊदी अरब में शांति वार्ता के लिए मिले थे, लेकिन बातचीत असफल रही। हालांकि, दोनों पक्ष युद्धविराम जारी रखने पर सहमत हुए थे।
पाकिस्तान इस समय खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में चरमपंथी हिंसा से जूझ रहा है। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन से चरमपंथियों ने हाल ही में आतंकी हमले किए हैं। तालिबान ने इसे खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों के लिए अफगानिस्तान जिम्मेदार नहीं है।
इससे पहले अक्टूबर 2025 में भी दोनों पक्षों के बीच भारी झड़प हुई थी, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए थे। तब कतर और तुर्की की मध्यस्थता में दोहा में वार्ता हुई थी और 19 अक्टूबर को युद्धविराम पर सहमति बनी थी।
यह रिपोर्ट पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों को स्पष्ट करती है।