
नई दिल्ली: हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष माह की संकष्टी चतुर्थी इस वर्ष 7 दिसंबर 2025 को शाम 6:24 बजे से शुरू होकर अगले दिन 8 दिसंबर 2025 को शाम 4:03 बजे तक रहेगी। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
संकष्टी चतुर्थी का महत्व
संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को सुख, शांति और सफलता प्राप्त होती है। हिन्दू धर्म में किसी भी मंगल कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा के बिना अधूरी मानी जाती है।
संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
- सुबह का शुभ मुहूर्त: सुबह 8:19 बजे से दोपहर 1:31 बजे तक
- शाम का शुभ मुहूर्त: शाम 5:24 बजे से रात 10:31 बजे तक
- चंद्रमा उदय: रात 7:55 बजे
पूजा विधि
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ धुले कपड़े पहनें।
- लाल रंग के वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
- भगवान गणेश को फूलों से सजाएं।
- गणेश जी को रोली लगाएं, जल और फूल अर्पित करें।
- तिल के लड्डू और मोदक का भोग लगाएं।
- चांद निकलने से पहले संकष्टी व्रत कथा का पाठ करें।
- पूजा समाप्त होने पर प्रसाद वितरित करें।
- रात को चांद देखकर व्रत खोलें।
निष्कर्ष: 7-8 दिसंबर का दिन संकष्टी चतुर्थी के शुभ योग में आता है। इस दिन पूजा, व्रत और उपाय करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और समृद्धि बनी रहती है।