
नई दिल्ली/एनबीटी। आज की डिजिटल दुनिया में WiFi हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। बिना तार के इंटरनेट ने काम करने, बात करने और मनोरंजन के तरीके बदल दिए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी की नींव एक हॉलीवुड अभिनेत्री ने रखी थी और इसका एडवांस रूप ब्लैक होल रिसर्च के दौरान खोजा गया?
हेडी लामा: WiFi की नींव रखने वाली अभिनेत्री
हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री हेडी लामा ने 1942 में संगीतकार जॉर्ज एंथिल के साथ मिलकर “सीक्रेट कम्युनिकेशन सिस्टम” का पेटेंट करवाया। इस खोज में फ्रीक्वेंसी-हॉपिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया, जिससे रेडियो सिग्नल को अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर तेजी से भेजा जा सकता था। यह तकनीक दूसरे विश्व युद्ध में दुश्मन के टॉरपीडो सिग्नल जाम करने से बचाने के लिए बनाई गई थी।
हालांकि इसे सीधे WiFi नहीं कहा जा सकता, लेकिन इसने आधुनिक वायरलेस टेक्नोलॉजी की बुनियाद रखी। आज भी यह तकनीक कई वायरलेस सिस्टम में सुरक्षित तरीके से डेटा ट्रांसमिशन के लिए इस्तेमाल होती है।
डॉ. जॉन ओ’सुलिवन: आधुनिक WiFi के जनक
1970 के दशक में ऑस्ट्रेलिया की CSIRO संस्था में डॉ. जॉन ओ’सुलिवन और उनकी टीम रेडियो एस्ट्रोनॉमी पर काम कर रही थी। वे ब्लैक होल की खोज के लिए अंतरिक्ष से आने वाले रेडियो सिग्नल को समझने की कोशिश कर रहे थे।
1990 के दशक की शुरुआत में उनकी टीम ने एक खास सर्किट तैयार किया, जो छोटे सिग्नल को शोर (Noise) से अलग कर सकता था। इसी तकनीक ने वायरलेस नेटवर्क सिग्नल को साफ करने में मदद की। 1991 में टीम ने WLAN (Wireless Local Area Network) का सफल प्रोटोटाइप बनाया, जिसे 1992 में पेटेंट भी मिला।
WiFi नाम कैसे मिला?
1999 में Wireless Ethernet Compatibility Alliance (WECA) ने इस टेक्नोलॉजी को आम लोगों के लिए आसान बनाने के लिए इसे WiFi नाम दिया। यह नाम याद रखने में आसान था और तुरंत लोकप्रिय हो गया।
आज हम जो तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट अपने फोन, लैपटॉप और टैबलेट पर इस्तेमाल करते हैं, वह हेडी लामा की शुरुआती खोज और डॉ. ओ’सुलिवन की ब्लैक होल रिसर्च का नतीजा है।