Thursday, November 6

पान की दुकान पर हुई दोस्ती बनी मौत की वजह: गोल्ड के लालच में दिल्ली जल बोर्ड इंजीनियर का कत्ल

नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियर सुरेश राठी (59) की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जिस शख्स को राठी अपना दोस्त समझते थे, वही गोल्ड के लालच में उनका कातिल बन बैठा। राठी की पहचान उनके सोने के भारी गहनों और दौलत के दिखावे से थी — यही शौक उनकी जान का दुश्मन बन गया।

पान की दुकान से शुरू हुई घातक दोस्ती

मामला रोहिणी सेक्टर-24 का है। सुरेश राठी की मुलाकात वहीं की एक पान की दुकान पर बंटी नामक युवक से हुई थी। बातचीत बढ़ी, और बंटी अक्सर राठी के पॉकेट-10 स्थित फ्लैट में आता-जाता रहा। धीरे-धीरे भरोसे का झूठा रिश्ता बन गया।
इसी दौरान बंटी ने राठी के घर और उनके सोने के गहनों की कीमत पर नज़र रखी। जब उसने टीवी पर सोने की कीमतों में तेज़ी की खबर देखी, तो उसके अंदर लालच ने सिर उठाया — और उसने डॉक्टर राठी को लूटने की योजना बना डाली।

हैलोवीन की रात बना कत्ल की रात

हैलोवीन की रात, बंटी अपने बैग में चाकू लेकर राठी के फ्लैट पर पहुंचा। सीसीटीवी फुटेज में आखिरी बार राठी को खाना लेकर घर में जाते हुए देखा गया। अंदर पहुंचते ही, बंटी ने मौका पाकर राठी पर बाथरूम में हमला कर दिया और उनकी गर्दन पर चाकू से वार किया।
हत्या के बाद उसने राठी के गले की चेन, कड़े और अंगूठियां उतार लीं और वहां से फरार हो गया।

सीसीटीवी ने पकड़ा काला हुडी वाला कातिल

राठी की लाश मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने जांच शुरू की और स्पेशल कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने केस सुलझाने के लिए 9 टीमें गठित कीं।
फुटेज की जांच में एक अहम सुराग मिला — काले हुडी में एक शख्स, जिसके पास एक खास बैग था, घटना स्थल से निकलते हुए दिखा। यह वही बंटी था।

तकनीकी निगरानी से खुला राज

जांच के दौरान बंटी का फोन बंद था, जिससे उसका ट्रैक मिलना मुश्किल हो गया। लेकिन पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड और IPDR एनालिसिस से पता लगाया कि बंटी रात में एक नंबर पर लंबे समय तक बात करता था — वह उसकी गर्लफ्रेंड का नंबर निकला।
सिग्नल ट्रेस होते ही पुलिस को लोकेशन विकासपुरी (वेस्ट दिल्ली) में मिली। टीम ने तुरंत वहां छापा मारा और बंटी को गिरफ्तार कर लिया।

गोल्ड, कैश, मोबाइल और स्कूटी बरामद

पुलिस ने बंटी के पास से राठी की ज्वेलरी, नकदी, दो मोबाइल और स्कूटी बरामद की है। आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है — पहला मामला 2004 में चोरी का, जबकि वह मारपीट, दंगा और जुए के मामलों में भी शामिल रह चुका है।

लालच ने ली दोस्त की जान

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, राठी का भरोसा और बंटी का लालच — यही इस वारदात का कारण बना।
अब अदालत में आरोपी को पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या हत्या की इस साजिश में कोई और भी शामिल था।

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