
सहारनपुर: दिल्ली में हालिया कार ब्लास्ट के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। इसी बीच सहारनपुर के नागल थाना क्षेत्र के गांव पहाड़पुर में सोमवार को दो कश्मीरी युवक संदिग्ध परिस्थितियों में घूमते पाए गए, जिनका नाम दोनों का “नाजिर” था। ग्रामीणों को उनके व्यवहार पर शक हुआ और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों युवक गांव के अलग-अलग हिस्सों में बिना किसी स्पष्ट कारण के घूम रहे थे। जब उनसे वजह पूछी गई तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उनकी बॉडी लैंग्वेज भी संदिग्ध दिखाई दी। कुछ ही देर में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में थाने ले लिया।
दोनों पुंछ के गांव भाटा धुरिया के निवासी:
थाने में दोनों युवकों के दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि दोनों का नाम नाजिर ही है और वे जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के भाटा धुरिया गांव के रहने वाले बताए गए। इसके बाद पुलिस और स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) ने मामला गंभीरता से लेते हुए विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी।
युवकों का ठंड का हवाला:
दोनों ने दावा किया कि हर साल सर्दियों में तापमान बेहद कम होने के कारण वे अलग-अलग राज्यों में घूमकर रहकर खाने का इंतजाम करते हैं और मौसम सामान्य होते ही वापस अपने घर लौट जाते हैं। हालांकि, पुलिस और एलआईयू उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं हैं।
सत्यापन के लिए पुंछ पुलिस से संपर्क:
सहारनपुर में हाल ही में पकड़े गए डॉक्टर आदिल के आतंकी नेटवर्क से जुड़े मामले को देखते हुए पुलिस किसी भी संदिग्ध गतिविधि को गंभीरता से ले रही है। दोनों युवकों के आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और अन्य दस्तावेज कब्जे में लेकर उनकी पृष्ठभूमि की गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने पुंछ पुलिस से संपर्क कर उनकी जानकारी की पुष्टि करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
ग्रामीणों में सतर्कता:
ग्रामीणों और स्थानीय सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण समय रहते संदिग्ध गतिविधियों पर नियंत्रण पाया गया। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है और शहरवासियों को किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने के लिए आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करने की सलाह दी गई है।