
रायपुर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम लगभग 4 बजे हुई भीषण रेल दुर्घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और कम से कम 20 यात्री घायल हुए हैं। यह हादसा गेवरा से बिलासपुर जंक्शन को जोड़ने वाली मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन और एक मालगाड़ी के टकराने से हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, यह दुर्घटना सिग्नल उल्लंघन के कारण हुई।
🔹 कैसे हुई दुर्घटना
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, मेमू ट्रेन के लोको पायलट ने स्वचालित सिग्नल को नजरअंदाज कर दिया, जिससे ट्रेन का इंजन और एक कोच मालगाड़ी के आखिरी डिब्बे पर चढ़ गया। हादसे के समय कई यात्री मलबे में फंस गए, जिन्हें राहत दल ने समय पर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
यह इस साल ट्रेन क्रॉसिंग को छोड़कर छठी घातक रेल दुर्घटना है।
🔹 राहत और मुआवजा
रेलवे ने मृतकों के परिवारों और घायलों के लिए संपूर्ण आर्थिक सहायता की घोषणा की है:
- मृतकों के परिवार – 10 लाख रुपये
- गंभीर रूप से घायल यात्री – 5 लाख रुपये
- मामूली चोट वाले – 1 लाख रुपये
बिलासपुर के जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने पुष्टि की कि घायलों का इलाज छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और आसपास के निजी अस्पतालों में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को पूर्ण राज्य समर्थन का आश्वासन दिया।
🔹 सालभर ट्रेन हादसों का आंकड़ा
इस साल जनवरी से अब तक भारत में ट्रेन संबंधित दुर्घटनाओं में कम से कम 32 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें महाराष्ट्र (जलगांव, मुंबई), ओडिशा (कटक), झारखंड (बरहेट), बिहार (सेमापुर) और छत्तीसगढ़ की घटनाएं शामिल हैं। यह हादसा रेलवे नेटवर्क में सिग्नल सुरक्षा और परिचालन खामियों को लेकर गंभीर चिंता को उजागर करता है।
🔹 आपातकालीन संपर्क
परिवार और यात्री मदद के लिए निम्न हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
7777857335, 7869953330, 8085956528, 9752485600, 8294730162