
जयपुर: लंबे इंतजार के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। इस टीम में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और सतीश पूनिया के समर्थकों को बराबर जिम्मेदारी देकर संगठन में संतुलन बनाए रखा है।
नई कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष, महामंत्री, सचिव, प्रवक्ता और अन्य पदों पर 34 सक्रिय कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया गया है। इसमें 9 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री, 7 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 1 सहकोषाध्यक्ष, 1 प्रकोष्ठ प्रभारी और 7 प्रवक्ता शामिल हैं। इस बार संगठन में केवल दो विधायकों को स्थान दिया गया है, किसी सांसद को नहीं। इसका उद्देश्य था कि वे नेता जो सरकार का हिस्सा हैं, उन्हें संगठन में स्थान न देकर पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को आगे लाया जाए।
गुटबाजी को खत्म करने का संदेश
मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया है कि नई कार्यकारिणी का उद्देश्य पार्टी में गुटबाजी को समाप्त करना और सभी वरिष्ठ नेताओं को एकजुट करना है। टीम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नजदीकी नेताओं को भी शामिल किया गया है। अब पार्टी के अंदरूनी मनमुटाव की स्थिति बनने का अवसर नहीं रहेगा।
कोर वोट बैंक पर विशेष ध्यान
नई टीम में भाजपा के कोर वोट बैंक को विशेष महत्व दिया गया है। सामान्य वर्ग के 18 कार्यकर्ताओं को प्रमुख पदों पर रखा गया है, ओबीसी वर्ग के लिए 10 स्थान निर्धारित किए गए हैं, जबकि एससी और एसटी वर्ग के कार्यकर्ताओं को कम तरजीह दी गई है। इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदाय (सिख) के एक नेता को भी कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह नई कार्यकारिणी आगामी निकाय और पंचायत चुनावों में भाजपा को मजबूती देने का रणनीतिक कदम है।