
मुंबई/ठाणे। देसाई क्रीक किनारे सूटकेस में मिली महिला की लाश ने पूरे ठाणे को दहला दिया है। पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर इस सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश करते हुए आरोपी 50 वर्षीय विनोद श्रीनिवास विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पहचान 22 वर्षीय प्रियंका के रूप में हुई है, जो आरोपी के साथ पिछले पांच वर्षों से लिव-इन में रह रही थी।
रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ साथ, खौफनाक अंजाम पर खत्म
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह लगभग पांच साल पहले ठाणे रेलवे स्टेशन पर प्रियंका से मिला था। उसने उसे अपने घर ले आया और तभी से दोनों साथ रहने लगे। विनोद कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूर का काम करता है, जबकि उसका परिवार उत्तर प्रदेश में रहता है।
झगड़े के बाद गला घोंटकर की हत्या
21 नवंबर की रात किसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ। गुस्से में विनोद ने प्रियंका का गला घोंटकर उसे मार डाला। मामले को छिपाने के लिए आरोपी ने शव को ट्रॉली बैग में बंद कर एक दिन तक अपने कमरे में रखा। मौके की तलाश में उसने 23 नवंबर को उस सूटकेस को देसाई क्रीक के पास पुल से नीचे फेंक दिया।
सूटकेस खुलते ही राज़ सामने
24 नवंबर को स्थानीय लोगों ने क्रीक किनारे ट्रॉली बैग देखा, जिसमें से शव का हिस्सा बाहर दिखाई दे रहा था। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। शिलदाईघर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
सीनियर पुलिस अधिकारी श्रीराम पोल ने बताया कि शुरुआती जांच में गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई है। शव काफी सड़ चुका था, जिससे पहचान में मुश्किलें आ रही थीं।
टैटू और कपड़ों से मिली पहचान
महिला ने गुलाबी कढ़ाईदार टॉप और लाल लेगिंग पहनी थी। उसकी बाईं कलाई पर ‘PVS’ टैटू मिला, जिसे आधार बनाकर पुलिस ने सोशल मीडिया और गुमशुदगी रिकॉर्ड खंगाले। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
हत्या और सबूत मिटाने का मामला दर्ज
पुलिस ने विनोद के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मृतका के परिवार और पृष्ठभूमि की जानकारी जुटा रही है।
ठाणे पुलिस मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ा रही है।