
रियाद: सख्त इस्लामी कानूनों वाले देश सऊदी अरब में अब शराब के नियमों में बड़ी ढील दी जा रही है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) की अगुवाई में सरकार नए शराब स्टोर खोलने की योजना बना रही है। इनमें से एक स्टोर सरकारी तेल कंपनी अरामको के गैर-मुस्लिम विदेशी स्टाफ के लिए होगा, जबकि पूर्वी प्रांत धाहरान और बंदरगाह शहर जेद्दा में डिप्लोमैट्स के लिए भी स्टोर खुलेंगे।
सऊदी अरब में पिछले साल राजधानी रियाद में गैर-मुस्लिम डिप्लोमैट्स के लिए पहला शराब स्टोर खोला गया था। यह 73 साल बाद पहली बार हुआ जब शराब का वैध आउटलेट सऊदी में शुरू हुआ। अब अरामको के कंपाउंड में धाहरान में नया स्टोर और जेद्दा में अन्य देशों के काउंसल के लिए स्टोर बन रहा है।
धार्मिक पाबंदी और ढील
इस्लाम में शराब पीना हराम माना जाता है, इसलिए सऊदी अरब में आम आबादी के लिए शराब पर प्रतिबंध जारी है। हालांकि विदेशी डिप्लोमैट और गैर-मुस्लिमों को शराब खरीदने की अनुमति दी गई है। मोहम्मद बिन सलमान ने हाल के वर्षों में सिनेमा, डांस और अन्य मनोरंजन गतिविधियों की इजाजत भी दी है, जिससे देश में बड़े बदलाव की छवि सामने आई है।
सऊदी का लक्ष्य
सऊदी अरब विजन 2030 के तहत अपनी अर्थव्यवस्था को तेल पर निर्भरता कम करने और पर्यटन व अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है। 2034 में सॉकर वर्ल्ड कप की मेजबानी की तैयारी में विदेशी मेहमानों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। हालांकि, इस खुलापन की आलोचना देश के दक्षिणपंथी गुटों द्वारा भी होती रही है।
क्राउन प्रिंस MBS का यह कदम आर्थिक विविधीकरण और वैश्विक छवि सुधारने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है।