Thursday, November 20

‘रोहित-कोहली को जबरन कराया रिटायर, अब भुगत रहे गंभीर’—पुजारा के बाद मनोज तिवारी का भी बड़ा हमला

कोलकाता: टीम इंडिया की कोलकाता टेस्ट में हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर लगातार निशाने पर हैं। पहले चेतेश्वर पुजारा और अब पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी गंभीर के टीम चयन और ‘ट्रांजिशन फेज’ वाले बयान पर कड़ा हमला बोला है। क्रिकेट फैंस पहले से ही विराट कोहली और रोहित शर्मा के अचानक टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट को गंभीर से जोड़कर देख रहे थे, और अब तिवारी के बयान ने इस बहस को और तेज कर दिया है।

‘भारतीय क्रिकेट में ट्रांजिशन फेज की कोई जरूरत नहीं’ – मनोज तिवारी

इंडिया टुडे से बातचीत में मनोज तिवारी ने दावा किया कि ‘ट्रांजिशन फेज’ जैसी कहानी गढ़कर रोहित शर्मा और विराट कोहली पर टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का दबाव बनाया गया।
उन्होंने कहा—

“भारतीय क्रिकेट में ट्रांजिशन जैसी कोई बात नहीं है। हमारी घरेलू क्रिकेट में इतना टैलेंट मौजूद है कि टीम को कभी खालीपन महसूस नहीं होना चाहिए।”

तिवारी ने आगे कहा कि रोहित और विराट टेस्ट क्रिकेट में अभी और खेलने के इच्छुक थे, लेकिन अनावश्यक ट्रांजिशन की बातों से उनके आसपास ऐसा माहौल बना दिया गया कि उन्हें पीछे हटना पड़ा।

गंभीर पर तीखा तंज—‘कोच हो, आलोचना मत करो, तरीका बताओ’

मनोज तिवारी ने गंभीर के उस बयान पर भी नाराजगी जताई जिसमें उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ हार के लिए बल्लेबाजों की तकनीकी कमी को जिम्मेदार ठहराया था।

तिवारी ने कहा—

“एक कोच का काम खिलाड़ियों पर आरोप लगाना नहीं, उन्हें सुधारना होता है। अगर बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे तो उन्हें पहले क्यों नहीं तैयार किया गया?”

उन्होंने यह भी कहा कि गंभीर खुद स्पिन के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज थे, इसलिए उनसे खिलाड़ियों को बेहतर सीख देने की उम्मीद थी, न कि उनके खिलाफ बयानबाजी की।

टीम इंडिया पर मंडरा रहा सीरीज हार का खतरा

पहले टेस्ट में शर्मनाक हार के बाद भारत अब 22 नवंबर से गुवाहाटी में दूसरा मुकाबला खेलेगा। यह मैच भारत के लिए ‘करो या मरो’ की तरह है।
अगर टीम यह मैच नहीं जीत पाई, तो साउथ अफ्रीका 25 साल बाद भारत में दूसरी बार टेस्ट सीरीज जीतने का इतिहास रच सकती है।

रोहित–कोहली का अचानक टेस्ट रिटायरमेंट—अब भी सवाल जस के तस

दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद केवल टी20 से संन्यास लिया था।
उन्होंने साफ कहा था कि वे टेस्ट और वनडे खेलते रहेंगे।

लेकिन इसी साल इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले दोनों ने 5 दिनों के भीतर टेस्ट क्रिकेट से अचानक रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। इस फैसले ने पूरे भारतीय क्रिकेट जगत को हिला दिया था। बाद में शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान बनाया गया।

गंभीर पर बढ़ा दबाव

अब लगातार दो अनुभवी खिलाड़ियों—पुजारा और मनोज तिवारी—के खुलकर सामने आने के बाद गंभीर पर दबाव बढ़ गया है।
टीम की हार, विवादित चयन और रोहित-कोहली के रिटायरमेंट को लेकर उठते सवाल, कोच के लिए मुश्किलें और गहरा सकते हैं।

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