Saturday, November 15

लखनऊ के 4 हिंदूवादी नेता आतंकियों की हिट लिस्ट में, कमलेश तिवारी हत्याकांड फिर से सुर्खियों में

हाल ही में दिल्ली कार ब्लास्ट और फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में हुई गिरफ्तारियों के बाद अब लखनऊ के हिंदूवादी नेताओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता जताई जा रही है। खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने इन नेताओं को चेतावनी जारी की है और उनसे अलर्ट रहने के लिए कहा है।

कमलेश तिवारी की पत्नी और शिशिर चतुर्वेदी सहित 4 नेता हिट लिस्ट में
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की 2019 में लखनऊ में हुई हत्या की गुत्थी अब एक बार फिर सामने आई है। इंटेलिजेंस अधिकारियों के अनुसार, फरीदाबाद में गिरफ्तार हुए संदिग्ध आतंकियों ने चार हिंदूवादी नेताओं के नाम अपनी हिट लिस्ट में शामिल किए हैं। इनमें कमलेश तिवारी की पत्नी किरन तिवारी, शिशिर चतुर्वेदी, गोपाल राय, और साध्वी देव्या गिरी का नाम लिया गया है। इन सभी नेताओं को शासन स्तर से अलर्ट किया गया है और उनकी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

शिशिर चतुर्वेदी का दावा – “हमें वाई-प्लस सुरक्षा की जरूरत”
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने दावा किया कि पकड़े गए डॉक्टरों ने उन्हें और तीन अन्य हिंदूवादी नेताओं को आतंकियों की हिट लिस्ट में बताया है। चतुर्वेदी ने प्रशासन से वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा की मांग करते हुए कहा, “हमने कई बार शासन से सुरक्षा बढ़ाने की अपील की थी, लेकिन अब तक इसमें कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।”

शिशिर चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि ये आतंकी भारत के धार्मिक मुद्दों में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से सक्रिय हैं, जिसमें अयोध्या, काशी, मथुरा और लक्ष्मण टीला जैसे मुद्दे शामिल हैं।

कमलेश तिवारी की 2019 में हुई हत्या
18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख और हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की उनके घर पर निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्यारे भगवा कुर्ता पहनकर मिठाई के डिब्बे में हथियार लेकर उनके घर पहुंचे थे। बातचीत के बाद उन्होंने तिवारी पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

कमलेश तिवारी की पत्नी किरन तिवारी आज भी अपने पति के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट और कचहरी के चक्कर काट रही हैं। उन्होंने इस हत्या के मामले में कई बार प्रशासन से न्याय की मांग की है।

आतंकी गतिविधियों के बढ़ते संकेत
हाल ही में दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट और फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में गिरफ्तारियों के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। डॉ. शाहीन सईद और उनके भाई परवेज अहमद अंसारी, जो संदिग्ध आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे, से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने लखनऊ में हिंदूवादी नेताओं की रेकी की थी। इस खुलासे ने जांच एजेंसियों को और भी सतर्क कर दिया है।

निष्कर्ष
लखनऊ में हिंदूवादी नेताओं की सुरक्षा को लेकर बढ़ी हुई चिंताओं ने कमलेश तिवारी हत्याकांड को एक बार फिर ताजा कर दिया है। आतंकियों द्वारा हिंदूवादी नेताओं की हिट लिस्ट में डालने के बाद शासन और प्रशासन को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और हिंदूवादी नेताओं को सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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