Saturday, November 15

साउथ दिल्ली में घर की कीमतें हुईं आसमान छूती, ₹53 करोड़ तक पहुंची फ्लोर की कीमत

15 नवम्बर 2025, दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साउथ दिल्ली इलाके में रियल एस्टेट बाजार ने हाल के वर्षों में एक नई दिशा पकड़ी है, जिससे प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। यहां के पुराने मकानों को तोड़कर नए फ्लोर बनाए जा रहे हैं, और इन फ्लोर्स की कीमतें अब दिल्ली एनसीआर के प्रीमियम फ्लैट्स से भी कहीं अधिक हो गई हैं।

साउथ दिल्ली में अधिकांश कॉलोनियां आजादी के बाद बननी शुरू हुईं थीं, जब मल्टी-स्टोरी फ्लैट्स का चलन नहीं था। तब यहां पर 200 से लेकर 500 वर्ग मीटर तक के प्लॉट काटे गए थे और उन पर बने मकान आज पुराने हो चुके हैं। अब इस इलाके में एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है – रिडेवलपमेंट। पुराने मकानों को तोड़कर इन प्लॉट्स पर इंडिपेंडेंट फ्लोर्स बनाए जा रहे हैं। इन फ्लोर्स की कीमतें अब इतनी अधिक हो चुकी हैं कि वह अन्य प्रीमियम फ्लैट्स से भी महंगे हो गए हैं।

साउथ दिल्ली में फ्लोर्स की कीमत में 17% का इजाफा

गोल्डन ग्रोथ फंड (GGF) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, साउथ दिल्ली के रिडेवलपमेंट हुए इलाकों में फ्लोर्स की कीमत में इस साल 12 से 17 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। खासकर चाणक्यपुरी, गोल्फ लिंक्स, शांति निकेतन, वसंत विहार, और पंचशील जैसे पॉश इलाकों में कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है।

₹53 करोड़ तक के फ्लोर्स की कीमत

इन इलाकों में कुछ फ्लोर्स की कीमत ₹53 करोड़ तक पहुंच चुकी है। 2,500 वर्ग फुट के फ्लोर की कीमत इस साल 11 से 23 करोड़ रुपये के बीच हो गई है, जबकि 6,000 वर्ग फुट के फ्लोर की कीमत ₹22 से ₹53 करोड़ तक पहुंच गई है। इस कीमत में पिछले साल की तुलना में लगभग 20-25% की बढ़ोतरी हुई है।

ग्रेटर कैलाश में फ्लोर्स की बढ़ती कीमतें

ग्रेटर कैलाश जैसे इलाकों में भी फ्लोर्स की कीमतों में वृद्धि हुई है। यहां 2,500 वर्ग फुट के फ्लोर की कीमत ₹8 से ₹11 करोड़ तक पहुंच गई है, जबकि 3,200 वर्ग फुट के फ्लोर की कीमत ₹13 से ₹18 करोड़ तक हो गई है। ये कीमतें पिछले साल के मुकाबले 12 से 15% तक बढ़ी हैं।

पूरे एनसीआर से साउथ दिल्ली का बाजार आगे

साउथ दिल्ली में रियल एस्टेट की कीमतों में बढ़ोतरी ने पूरे एनसीआर को पीछे छोड़ दिया है। अंकुर जालान, गोल्डन ग्रोथ फंड के सीईओ, का कहना है, “साउथ दिल्ली में रिडेवलपमेंट की प्रक्रिया ने प्रॉपर्टी की कीमतें काफी बढ़ा दी हैं। यह इलाका अब दुनिया के अन्य महानगरों की तरह आकर्षण का केंद्र बन चुका है, जहां मांग और आपूर्ति का अंतर बढ़ चुका है।”

उन्होंने यह भी बताया कि साउथ दिल्ली की कॉलोनियों में रिडेवलपमेंट की क्षमता लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की है, और जैसे-जैसे एफएसआई (फ्लोर स्पेस इंडेक्स) का बेहतर इस्तेमाल होगा, यह क्षेत्र और भी अधिक विकसित होगा। इसके साथ ही, किराए में भी 20-30% की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

रिडेवलपमेंट की प्रक्रिया का लाभ

रिडेवलपमेंट के चलते साउथ दिल्ली के मकानों में न केवल कीमतें बढ़ी हैं, बल्कि यहां के रहने वालों को नए जमाने की सुविधाएं भी मिल रही हैं। नए फ्लोर्स में बेहतर डिजाइन, सुविधाएं और जीवनशैली की विशेषताएं शामिल की जा रही हैं, जिससे यह इलाके अब एक नए स्तर पर पहुंच चुके हैं।

साउथ दिल्ली में प्रॉपर्टी का बाजार आजकल महंगे फ्लैट्स और फ्लोर्स से भरा हुआ है, और यह भविष्य में भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।

Leave a Reply