Thursday, December 25

UPSC में सफलता के बाद फिर चर्चा में आईं IPS पूर्वा चौधरी, जानिए कौन हैं पूर्वा

 

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हनुमानगढ़/जयपुर: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की संगरिया विधानसभा क्षेत्र के बोलावाली गांव की रहने वाली पूर्वा चौधरी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 533वीं रैंक हासिल कर परिवार और इलाके का नाम रोशन किया। हाल ही में वे एक बार फिर चर्चा में आईं, लेकिन इस बार वजह सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें और OBC-NCL सर्टिफिकेट को लेकर विवाद है।

 

सफलता और आरक्षण विवाद:

पूर्वा चौधरी ने OBC श्रेणी से परीक्षा उत्तीर्ण की, लिखित परीक्षा में 771 और साक्षात्कार में 165 अंक प्राप्त कर कुल 936 अंकों के साथ ऑल इंडिया रैंक 533 हासिल की। सोशल मीडिया पर उनके OBC-NCL सर्टिफिकेट को लेकर बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने उनके पिता ओमप्रकाश सहारण, जो राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के वरिष्ठ अधिकारी हैं, और कथित आर्थिक स्थिति के आधार पर सवाल उठाए।

 

पिता ने दी सफाई:

पूर्वा के पिता ने स्पष्ट किया कि उनके परिवार को नियमों के मुताबिक OBC-NCL का लाभ पूरी तरह से वैध है। उन्होंने बताया कि 40 वर्ष से पहले डायरेक्ट भर्ती न होने के कारण उनकी बेटी नियमों के दायरे में आती हैं। उन्होंने आरोपों को तथ्यहीन और भ्रामक बताया।

 

शिक्षा और पृष्ठभूमि:

पूर्वा ने सेंट जेवियर्स स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। अनुशासन और मेहनत के दम पर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और सफलता हासिल की।

 

राष्ट्रीय बहस का विषय:

इस विवाद ने यूपीएससी की चयन प्रक्रिया और आरक्षण व्यवस्था को लेकर फिर से राष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाना जरूरी है।

 

पूर्वा चौधरी और उनका परिवार दोहराते हैं कि सफलता पूरी तरह नियमों के अनुसार मिली है और किसी तरह का गलत लाभ नहीं लिया गया।

 

 

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