
मुंबई: मुंबई स्थित सेना के पश्चिमी कमान मुख्यालय (आर्मी हेडक्वार्टर) में सुरक्षा की बड़ी चूक सामने आई। अपराधियों ने कर्नल की केबिन से पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस, 480 ग्राम चांदी और 3 लाख रुपये चोरी कर लिए। चार दिन की कड़ी जांच के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-12 ने मलाड से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक नाबालिग है, जबकि दीपक कृष्णा धनवे और विनायक गोपीचंद बाविस्कर को हिरासत में लिया गया।
चालाक बदमाशों की योजना:
पुलिस के अनुसार, आरोपी पहले से मुख्यालय की सुरक्षा का निरीक्षण कर चुके थे। वारदात वाले दिन एक बाहर पहरा देता रहा, जबकि दो अंदर घुसकर केबिन का ताला तोड़कर चोरी को अंजाम देने में सफल रहे। वारदात के तुरंत बाद तीनों गोवा भाग गए, जहां चोरी की राशि से लग्जरी होटल में रुके और मौज-मस्ती की।
सुरक्षा में गंभीर सवाल:
असली या डुप्लीकेट चाबी से केबिन का ताला खोलने की संभावना की जांच की जा रही है। घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चेतावनी है, क्योंकि आर्मी मुख्यालय से हथियारों की चोरी आतंकी संगठनों के लिए खतरा पैदा कर सकती है। सेना ने आंतरिक जांच शुरू कर सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा का आदेश दिया है।
बरामद सामग्री:
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के कब्जे से कर्नल की पिस्टल, सभी कारतूस, चांदी और बचा हुआ कैश बरामद किया। आरोपी कुरार इलाके के रहने वाले हैं और उनके खिलाफ पहले भी कई चोरी के मामले दर्ज हैं।