
बागपत साइबर थाना पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में दो महिलाओं समेत सात आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों ने फर्जी इंटरव्यू और ऑफर लेटर के माध्यम से बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये की ठगी की थी।
कैसे हो रही थी ठगी
एसपी बागपत सूरज कुमार राय ने बताया कि गिरोह नोएडा से संचालित हो रहा था। आरोपी बेरोजगार युवाओं से संपर्क कर उन्हें नामचीन कंपनियों में नौकरी का झांसा देते थे। फर्जी इंटरव्यू और एग्रीमेंट के बाद रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी डिपॉजिट और अन्य चार्ज के नाम पर ऑनलाइन पैसे वसूले जाते थे।
फर्जी वेबसाइट और डेटा
अधिकारियों के अनुसार आरोपी कंपनियों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाते थे, जिन पर उनके मोबाइल नंबर दर्ज रहते थे। नौकरी की तलाश में अभ्यर्थी इन नंबरों पर संपर्क करते और ठगी का शिकार बन जाते थे। जांच के दौरान पुलिस ने लगभग 10 हजार मोबाइल नंबरों का डेटा बरामद किया। इनमें से 6,450 नंबरों के जरिए ठगी की रकम ली गई थी।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- मोहित कुमार, पुत्र प्रमोद कुमार, बड़ौत, बागपत
- पुनीत कुमार, पुत्र स्व. जगपाल सिंह, बड़ौत, बागपत
- वरदान, पुत्र रामअवतार, बड़ौत, बागपत
- अनुज कुमार, पुत्र इंद्रपाल, न्यू अशोक नगर, ईस्ट दिल्ली
- अक्षय, पुत्र प्रमोद कुमार, सोंटा अलीपुर, खीरी/शामली/मुजफ्फरनगर
- इसके अलावा दो महिला आरोपी भी शामिल हैं।
बरामद सामग्री
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। इसमें शामिल हैं:
- 12 मोबाइल फोन
- 1 लैपटॉप
- 6 हजार से अधिक लोगों का डेटा
- फर्जी दस्तावेज
- 2 सिम कार्ड
- 15 बैंक पासबुक
- 2 चेकबुक
- 2 यूपीआई क्यूआर कोड
- 1 एटीएम कार्ड और 11 अन्य कार्ड
नेटवर्क और मुकदमे
एसपी ने बताया कि गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था और बागपत समेत अन्य जिलों में इनके खिलाफ करीब 20 मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस टीम को इनाम
साइबर क्राइम थाना टीम के उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए एसपी बागपत ने टीम को इनाम देने की घोषणा की है।
यह कार्रवाई बेरोजगार युवाओं और ऑनलाइन ठगी से जुड़े अन्य लोगों के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे फर्जी इंटरव्यू और नौकरी के झांसे में न आएँ।