
यूक्रेन-रूस युद्ध में एक बड़ी और निर्णायक घटना सामने आई है। यूक्रेन ने दावा किया है कि उसके ड्रोन हमले में रूस के अत्याधुनिक S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम के दो लॉन्चर पूरी तरह नष्ट कर दिए गए हैं। यह हमला रूस के बेलगोरोद क्षेत्र में किया गया, जिसे रूसी वायु रक्षा की रीढ़ माना जाता है। इस घटना को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए बड़ा सैन्य झटका माना जा रहा है।
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए एक वीडियो भी जारी किया है। यूक्रेनी सेना के अनुसार, यह हमला 14 दिसंबर को रूस की 568वीं एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल रेजिमेंट के ऑपरेशनल एरिया में किया गया।
ड्रोन ऑपरेटरों ने किया सटीक हमला
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने बताया कि इस ऑपरेशन को 15वीं अलग आर्टिलरी टोही ब्रिगेड ‘ब्लैक फॉरेस्ट’ के स्ट्राइक ड्रोन ऑपरेटरों ने अंजाम दिया। ड्रोन हमले में S-400 सिस्टम के दो लॉन्चर उनके गोला-बारूद समेत पूरी तरह तबाह हो गए।
जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि रूसी एंटी-एयरक्राफ्ट यूनिट एक कच्ची सड़क पर आगे बढ़ रही थी और लगातार अपनी स्थिति बदल रही थी। इसी दौरान अचानक ड्रोन हमला हुआ, जिससे कुछ ही सेकंड में जोरदार विस्फोट हो गया और पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया।
OSINT विश्लेषण से पुष्टि
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) एजेंसी के विश्लेषकों ने वीडियो का अध्ययन किया है। उनके मुताबिक यह हमला सीमा से करीब 50 किलोमीटर दूर वेरखनी ओल्शानेट्स गांव के पास किया गया।
इससे पहले एक स्पाई टेलीग्राम चैनल ने भी दावा किया था कि बेलगोरोद क्षेत्र में जा रहे S-400 सिस्टम के काफिले पर शाम करीब 4:30 बजे ड्रोन हमला हुआ, जिसमें एक लॉन्चर पूरी तरह नष्ट हो गया और दूसरा गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुआ।
हमले में ट्रांसपोर्ट और लॉन्च कंटेनरों में रखी चार 48N6DM गाइडेड मिसाइलें भी विस्फोट में नष्ट हो गईं।
क्यों बड़ा झटका है S-400 का नष्ट होना
S-400 ट्रायम्फ सिस्टम को रूसी वायु रक्षा प्रणाली की सबसे मजबूत कड़ी माना जाता है। यह सोवियत काल के S-300 सिस्टम का उन्नत संस्करण है, जिसमें अत्याधुनिक रडार, लंबी मारक क्षमता और एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता शामिल है।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि S-400 लॉन्चरों का नष्ट होना रूस की बहु-स्तरीय एयर डिफेंस रणनीति के लिए गंभीर नुकसान है। यह वही सिस्टम है जिसे पाकिस्तान भी भारत के खिलाफ प्रभावी तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सका, लेकिन यूक्रेन ने ड्रोन तकनीक के जरिए इसे ध्वस्त कर दिया।
यूक्रेन की रणनीति साफ
विशेषज्ञों के अनुसार, यूक्रेन की सेना जानबूझकर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बना रही है, ताकि भविष्य में रूस के अंदर गहराई तक ड्रोन और मिसाइल हमलों का रास्ता साफ किया जा सके।
इस हमले ने यह साफ कर दिया है कि आधुनिक युद्ध में ड्रोन तकनीक पारंपरिक और महंगे एयर डिफेंस सिस्टम को भी चुनौती देने में सक्षम हो चुकी है।