
बारां: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से भटककर राजस्थान के रास्ते बारां जिले में आ रही मादा शावक चीता की कार की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा घाटीगांव के सिमरिया मोड़ पर हुआ। हादसे के बाद मौके से फरार हुए कार चालक को वन विभाग की टीम ने डेढ़ घंटे के भीतर पकड़ लिया और उसे कूनो नेशनल पार्क की टीम के सुपुर्द कर दिया।
हादसे का विवरण
घाटीगांव के जंगल से गुजरते हुए दो चीते आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर सड़क पार कर रहे थे। तभी एक तेज रफ्तार कार ने मादा शावक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि चीता हाईवे किनारे ही दम तोड़ गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी।
डीसीएफ की पुष्टि
बारां वन विभाग के डीसीएफ विवेकानंद माणिकराव बड़े ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही शाहाबाद, केलवाड़ा, किशनगंज और अंता रेंज टीमों ने टोल नाकों और विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी कराई, जिससे कार चालक को जल्दी पकड़ा जा सका।
मृत चीता कौन थी?
मादा शावक चीता की पहचान केजी-3 की बेटी गामिनी के रूप में हुई है। यह शावक कूनो नेशनल पार्क में जन्मी थी। वन विभाग और कूनो टीम ने मृत चीते को सुरक्षित कूनो नेशनल पार्क पहुंचा दिया।
दोनों युवा चीते अभी भी निगरानी में
कूनो से बाहर आए दो युवा चीते अभी भी बारां जिले के सिमरिया मोड़ और आसपास के जंगलों में घूम रहे हैं। वन विभाग लगातार उनकी सैटेलाइट कॉलर लोकेशन और निगरानी कर रहा है। शनिवार शाम को इसी इलाके में दोनों ने एक गाय का शिकार किया था।
वन विभाग ने स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि सड़क पार करते समय जंगल के किनारे सतर्क रहें, ताकि और कोई हादसा न हो।
