
नई दिल्ली: 8 दिसंबर 2011 भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक सुनहरा दिन था, जब वीरेंद्र सहवाग ने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वीरू, जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक हैं, ने इस दिन वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में खेले गए मैच में जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। यह वही मैदान था, जहां दो साल पहले सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक ठोका था।
वीरू का धमाल: 140 गेंदों में 219 रन
वीरेंद्र सहवाग ने इस मैच में न सिर्फ दोहरा शतक ठोका, बल्कि 140 गेंदों में 219 रन की पारी खेलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज का उस समय का सबसे बड़ा वनडे स्कोर भी बना दिया। उन्होंने अपनी पारी में 25 चौके और 7 छक्के लगाए। खास बात यह थी कि सहवाग गाने गुनगुनाते हुए बल्लेबाजी कर रहे थे। उनका पसंदीदा संगीत किशोर कुमार और मोहम्मद रफी के गाने थे, जो उन्हें मैदान पर खेलने के दौरान अक्सर सुनाई देते थे।
वीरू की पारी ने भारत को 50 ओवर में 5 विकेट पर 418 रन तक पहुंचाया, जो वनडे क्रिकेट में उस समय तक किसी भी भारतीय टीम का सबसे बड़ा स्कोर था। वेस्टइंडीज के खिलाफ यह स्कोर इतना विशाल था कि वे 265 रन बनाकर ऑलआउट हो गए और भारत को 153 रन से जीत मिली।
कप्तान के रूप में वीरू की भूमिका
दिलचस्प यह था कि कप्तान के तौर पर वीरेंद्र सहवाग ने इस शानदार पारी के बाद वेस्टइंडीज की पारी में फील्डिंग करने का निर्णय नहीं लिया, जिसके कारण उनकी आलोचना भी हुई। हालांकि, उनके शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन ने इस आलोचना को पीछे छोड़ दिया।
टीम इंडिया का 400+ स्कोर:
- 418/5 (वेस्टइंडीज के खिलाफ, इंदौर, 8 दिसंबर 2011)
- 414/7 (श्रीलंका के खिलाफ, राजकोट, 15 दिसंबर 2009)
- 413/5 (बरमूडा के खिलाफ, पोर्ट ऑफ स्पेन, 15 मार्च 2007)
- 410/4 (नीदरलैंड्स के खिलाफ, बेंगलुरु, 12 नवंबर 2023)
- 409/8 (बांग्लादेश के खिलाफ, चटगांव, 10 दिसंबर 2022)
- 404/5 (श्रीलंका के खिलाफ, कोलकाता, 13 नवंबर 2014)
- 401/3 (साउथ अफ्रीका के खिलाफ, ग्वालियर, 24 फरवरी 2010)
इस प्रकार, 8 दिसंबर 2011 ने वीरेंद्र सहवाग और भारतीय क्रिकेट को एक ऐतिहासिक दिन दिया, जो अब तक क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बसा हुआ है।
