Monday, December 22

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पीएम मोदी का बड़ा ऐलान: न्यूक्लियर सेक्टर प्राइवेट कंपनियों के लिए खुल रहा, संसद में एटॉमिक बिल में संशोधन
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पीएम मोदी का बड़ा ऐलान: न्यूक्लियर सेक्टर प्राइवेट कंपनियों के लिए खुल रहा, संसद में एटॉमिक बिल में संशोधन

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश को बड़ी जानकारी दी कि न्यूक्लियर सेक्टर में निजी कंपनियों के प्रवेश के लिए कानून में बदलाव किया जा रहा है। यह कदम संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले परमाणु ऊर्जा से जुड़े संशोधन के तहत संभव होगा। पीएम मोदी ने हैदराबाद में निजी अंतरिक्ष कंपनी स्काईरूट के 'इनफिनिटी कैंपस' उद्घाटन के दौरान कहा, “परमाणु क्षेत्र में निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है, जिससे छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर, एडवांस्ड रिएक्टर और नई तकनीक में अवसर पैदा होंगे। यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा और तकनीकी नेतृत्व को नई ताकत देगा।” क्यों है यह बदलाव महत्वपूर्णवर्तमान में परमाणु ऊर्जा अधिनियम के तहत न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट चलाने का अधिकार केवल केंद्र सरकार और उसकी कंपनियों के पास है। देश में मौजूद 24 वाणिज्यिक परमाणु रिएक्टर परमाणु ऊर्जा निगम (NPCIL)...
भारत को मिला सबसे बड़े दोस्त का साथ, लेकिन सबसे बड़ा दुश्मन बना कांटा – जानिए कौन दे रहा समर्थन, कौन है विरोधी
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भारत को मिला सबसे बड़े दोस्त का साथ, लेकिन सबसे बड़ा दुश्मन बना कांटा – जानिए कौन दे रहा समर्थन, कौन है विरोधी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 नवंबर, 2025 को जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार अब विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका तिकड़ी को वैश्विक शासन में बदलाव के लिए स्पष्ट संदेश भेजना चाहिए। भारत के लंबे समय से UNSC में स्थायी सदस्यता की मांग का समर्थन कई देशों ने किया है। रूस भारत का पुराना मित्र बना हुआ है और भारत की दावेदारी के लिए लगातार समर्थन करता रहा है। अगले महीने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नई दिल्ली यात्रा के दौरान भी यह मुद्दा चर्चा में रहेगा। भारत की दावेदारी क्यों महत्वपूर्ण हैभारत सबसे अधिक आबादी वाला देश और चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र है। देश ने अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों में लगातार योगदान दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार, सुरक्षा परिषद का मौजूदा ढां...
मंदिर और गुरुद्वारे में प्रवेश से इनकार, सेना ने किया बाहर… जानें कौन हैं लेफ्टिनेंट सैमुअल कमलेसन
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मंदिर और गुरुद्वारे में प्रवेश से इनकार, सेना ने किया बाहर… जानें कौन हैं लेफ्टिनेंट सैमुअल कमलेसन

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट सैमुअल कमलेसन को सेवा से बर्खास्त करने के फैसले को सही ठहराया है। कमलेसन ने अपनी सिख रेजिमेंट में धार्मिक परेड के दौरान मंदिर और गुरुद्वारे में प्रवेश करने से इनकार किया था। उनका कहना था कि वे प्रोटेस्टेंट ईसाई हैं और गैर-ईसाई धर्मस्थलों में प्रवेश करना उनके धार्मिक विश्वास के खिलाफ है। इस फैसले ने व्यक्तिगत आस्था और सैन्य अनुशासन के बीच संतुलन पर बहस छेड़ दी है और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। लेफ्टिनेंट कमलेसन कौन हैं?कमलेसन मार्च 2017 में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुए और तीसरी कैवलरी रेजिमेंट में तैनात किए गए। इस रेजिमेंट में मुख्य रूप से सिख, जाट और राजपूत सैनिक सेवा देते हैं। उन्हें सिख स्क्वाड्रन बी का ट्रूप लीडर बनाया गया था। हालांकि, कुछ समय बाद उन्होंने मंदिर और गुरुद्वारे में पूजा में ...
SIR 2025: बीएलओ के दरवाजा खटखटाने से पहले कर लें ये तैयारी, जानें किन दस्तावेजों की होगी जरूरत
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SIR 2025: बीएलओ के दरवाजा खटखटाने से पहले कर लें ये तैयारी, जानें किन दस्तावेजों की होगी जरूरत

नई दिल्ली: देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR 2025) का काम जोर-शोर से चल रहा है। चुनाव आयोग के 27 अक्टूबर के कार्यक्रम के अनुसार यह प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू हुई थी। सभी मतदाताओं को 4 दिसंबर तक गणना फॉर्म जमा करना होगा ताकि 9 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में उनका नाम शामिल हो सके। बीएलओ ने शुरू किया घर-घर दौरा:पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, गुजरात, गोवा, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप में बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) मतदाताओं के घर जाकर फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं। इस बड़े अभियान में लगभग 51 करोड़ मतदाता शामिल हैं। BLO कौन होते हैं?BLO यानी Booth Level Officer, स्थानीय सरकारी या अर्द्ध-सरकारी कर्मचारी होते हैं। ये अपने क्षेत्र के मतदाताओं को सूची में शा...
Delhi-NCR में प्रदूषण का फिर उफान: GRAP-3 हटते ही लौट आई जहरीली धुंध, सांस लेना हुआ मुश्किल
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Delhi-NCR में प्रदूषण का फिर उफान: GRAP-3 हटते ही लौट आई जहरीली धुंध, सांस लेना हुआ मुश्किल

नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर के लोग फिर से वायु प्रदूषण के जाल में फंस गए हैं। बुधवार को सीएक्यूएम (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तीसरे चरण GRAP-3 को हटा दिया था, लेकिन केवल 24 घंटे में ही हवा की गुणवत्ता फिर बिगड़ने लगी। गुरुवार को दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 384 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। एनसीआर में प्रदूषण का हाल: फरीदाबाद: AQI 203 गाजियाबाद: AQI 358 ग्रेटर नोएडा: AQI 381 गुरुग्राम: AQI 317 नोएडा: AQI 391 स्मॉग यानी धुंध और कोहरे का मिश्रण शहरों में लौटता दिख रहा है, जिससे विजिबिलिटी कम और सांस लेना दूभर हो गया है। दिल्ली पिछले दो हफ्तों से लगातार खराब वायु गुणवत्ता से जूझ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता:सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि वायु प्रदूषण केवल दिवाली या सर्दियों का ही मुद्दा नहीं है। मुख्य न्यायाधीश सूर...
भारत का तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर: ‘आईएनएस विशाल’ के लिए यूके और फ्रांस में होड़, कौन बनेगा सुपरकैरियर का साझेदार?
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भारत का तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर: ‘आईएनएस विशाल’ के लिए यूके और फ्रांस में होड़, कौन बनेगा सुपरकैरियर का साझेदार?

नई दिल्ली: भारत अपने तीसरे स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत के निर्माण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। 65,000 से 70,000 टन वजनी इस पोत को ‘आईएनएस विशाल’ नाम दिया जा सकता है। यह पोत सभी प्रकार के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को लॉन्च और लैंड कर सकेगा, और इसे भारत के लिए समुद्र में गेम-चेंजर माना जा रहा है। यूके और फ्रांस की कंपनियों में प्रतिस्पर्धाभारत ने इस सुपरकैरियर के निर्माण में साझेदारी के लिए यूके की बीएई सिस्टम्स और फ्रांस की नेवल ग्रुप दोनों कंपनियों के प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। भारतीय नौसेना चाहती है कि यह तीसरा विमानवाहक युद्धपोत 2035 तक तैयार हो, और मौजूदा बेड़े की तुलना में यह तकनीकी रूप से अत्याधुनिक हो। आईएनएस विशाल की क्षमताएँ‘आईएनएस विशाल’ भारी और ताकतवर फाइटर जेट, राफेल के एडवांस वर्जन, एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट, यूएवी और पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट लॉन...
‘बाबरी फिर बनाएंगे तो…’: कांग्रेस के CIA-मोसाद वाले दावे पर बीजेपी का करारा पलटवार
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‘बाबरी फिर बनाएंगे तो…’: कांग्रेस के CIA-मोसाद वाले दावे पर बीजेपी का करारा पलटवार

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता के 2014 के चुनाव हार को सीआईए और मोसाद की साजिश से जोड़ने वाले दावे पर बीजेपी ने कड़ा हमला किया है। बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा कि पार्टी की जीत हमेशा जनता के समर्थन से होती है, न कि किसी विदेशी खुफिया एजेंसी की साजिश से। बीजेपी का जवाबसंबित पात्रा ने कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद कुमार केतकर के आरोपों पर कहा, "जो पार्टी आईएसआई के ब्लूप्रिंट पर काम करेगी, बाबरी मस्जिद को फिर से बनाएगी और राम मंदिर का विरोध करेगी, वह कैसे प्रगति कर सकती है।" उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी की जीत के पीछे गरीब, किसान, महिला और युवा हैं, न कि सीआईए या मोसाद। कांग्रेस का दावाकुमार केतकर ने संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दावा किया कि 2014 में कांग्रेस की हार के पीछे अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की साजिश थी। उनके अनुसार, अगर कांग्रेस क...
100 के नए नेपाली नोट पर तीन भारतीय इलाके, चीन की साजिश? भारत ने उठाए सवाल
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100 के नए नेपाली नोट पर तीन भारतीय इलाके, चीन की साजिश? भारत ने उठाए सवाल

नई दिल्ली: नेपाल के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को जारी किए गए 100 रुपये के नए नोट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस नोट पर नेपाल का नया राजनीतिक नक्शा छपा है, जिसमें कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा शामिल हैं। ये तीनों इलाके भारत के क्षेत्र में आते हैं, लेकिन नेपाल इन्हें अपना हिस्सा मानता रहा है। क्यों बढ़ा विवाद?नेपाल ने लगभग पांच साल पहले अपना राजनीतिक मानचित्र संशोधित किया और इन इलाकों को शामिल किया था। अब पहली बार इस अपडेटेड मानचित्र को बैंक नोटों पर दिखाया गया, जिससे भारत में विवाद और तनाव बढ़ गया। चीन का एंगलनेपाल के नए नोटों की छपाई चाइना बैंकनोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन (CBPMC) ने की है। इससे चीन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। 2015 तक नेपाल के नोट भारत में ही छपते थे। 2020 में तत्कालीन केपी शर्मा ओली सरकार ने नोट छापने के लिए चीन का रुख किया, और इस बीच विवादित नक्शा न...
डील डन! इस मुस्लिम देश के डिफेंस गैराज में तड़केगा भारत का ब्रह्मोस, राजनाथ सिंह की तस्वीर भी बनी चर्चा
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डील डन! इस मुस्लिम देश के डिफेंस गैराज में तड़केगा भारत का ब्रह्मोस, राजनाथ सिंह की तस्वीर भी बनी चर्चा

नई दिल्ली: भारत और इंडोनेशिया के बीच रक्षा सहयोग को लेकर नई दिल्ली में अहम बैठक हुई, जिसमें ब्राह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की डील अंतिम चरण में पहुंचने की जानकारी सामने आई। दुनिया की सबसे सफल मिसाइलों में शुमार ब्रह्मोस की खरीद में इंडोनेशिया ने गहरी दिलचस्पी दिखाई। गुरुवार को नई दिल्ली में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और इंडोनेशिया के रक्षामंत्री स्याफरी स्यामसुद्दीन के बीच तीसरे दौर की द्विपक्षीय बैठक हुई। बैठक के दौरान इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल ने ब्रह्मोस मिसाइल और उसकी क्षमताओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। भारत ने इस दौरान राजनाथ सिंह की ओर से इंडोनेशिया को ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडल भी भेंट किया। साझा रक्षा उद्योग समिति पर बनी सहमतिदोनों देशों ने डिफेंस इंडस्ट्री ज्वाइंट कॉर्पोरेशन कमिटी बनाने पर सहमति जताई। इस समिति के माध्यम से रक्षा क्षेत्र की तकनीक हस्तांतरण, संयुक्...
मतदाता सूची में नाम कटने का झांसा: SIR के नाम पर चल रहे साइबर ठगों से सावधान रहें
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मतदाता सूची में नाम कटने का झांसा: SIR के नाम पर चल रहे साइबर ठगों से सावधान रहें

नई दिल्ली: मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की आड़ में साइबर अपराधियों ने सक्रिय अभियान शुरू कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में लोग BLO बनकर कॉल करके या SIR.apk लिंक भेजकर मतदाता के अकाउंट में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं। साइबर ठग लोगों को डराते हैं कि SIR फॉर्म में कुछ कमी है और नाम वोटर लिस्ट से हट सकता है, फिर OTP या लिंक के जरिए मोबाइल और अकाउंट तक पहुँच बना लेते हैं। यह स्कैम अब 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। साइबर ठग किन राज्यों में सक्रिय:उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, गोवा, पश्चिम बंगाल, केराल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु और अंडमान-निकोबार। कैसे करते हैं ठग काम: अनजान नंबर से कॉल या वॉट्सऐप/SMS के माध्यम से संपर्क। कहते हैं कि SIR सत्यापन में कमी है, नाम वोटर लिस्ट से हट सकता है। OTP मांगकर अ...