
नई दिल्ली | आधुनिक जीवन में मोबाइल हर जगह हमारे साथ रहता है, लेकिन इसके साथ एक छिपा खतरा भी जुड़ा हुआ है। हाल ही में अमेरिका में 8 साल के लोरेंजो लोपेज के साथ एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने मोबाइल चार्जर से करंट लगने के खतरों को उजागर किया। एक्सटेंशन कॉर्ड में ढीले चार्जर और उसके साथ फंसी सोने की चेन के कारण बच्चे को गंभीर झटका लगा। अगर उसने तुरंत चेन नहीं फेंकी होती, तो यह हादसा जानलेवा साबित हो सकता था।
बिस्तर पर चार्जर रखना क्यों खतरनाक?
- रात में मोबाइल चार्ज करते समय चार्जर बिस्तर या तकिए के पास रखना बहुत जोखिम भरा हो सकता है।
- तकिए या गद्दे के हिलने से चार्जर का प्लग बाहर निकल सकता है।
- कोई धातु की चीज जैसे चेन, कड़ा या घड़ी छू जाए तो करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
सुरक्षित चार्जर चुनें
- सस्ते और नकली चार्जर का इस्तेमाल न करें।
- तार फटा हो या प्लग ढीला हो तो तुरंत बदल दें।
- हमेशा सर्टिफाइड और भरोसेमंद ब्रांड का चार्जर लें।
- एक्सटेंशन बोर्ड में प्लग अच्छी तरह फिट हो, यह भी जांचें।
- हर हफ्ते चार्जर और बोर्ड की जांच करना फायदेमंद है।
सोते समय अपनाएं ये सुरक्षा उपाय
- बच्चे के पास चार्जर और मोबाइल न रखें।
- सोने से पहले सारे धातु के गहने उतार दें।
- छोटे बच्चों के लिए चार्जर ऊंची मेज पर या अलमारी में बंद रखें।
- मोबाइल पूरा चार्ज होने पर प्लग से निकाल दें।
हादसा बचने की छोटी लेकिन महत्वपूर्ण चेतावनी
लोरेंजो के मामले ने स्पष्ट किया कि एक छोटी सी सावधानी भी जीवन बचा सकती है। रात को चार्जर और मोबाइल सुरक्षित स्थान पर रखने, गहने उतारने और सही चार्जर इस्तेमाल करने से बड़ी मुसीबत टाली जा सकती है।
निष्कर्ष:
मोबाइल चार्जर आधुनिक जीवन का हिस्सा है, लेकिन सावधानी के बिना यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। बच्चों और परिवार की सुरक्षा के लिए रात को चार्जर और धातु के गहनों से दूर रहना अत्यंत जरूरी है।