
भोपाल, 18 मार्च एसडी न्यूज़ एजेंसी
ममता और बलिदान की मिसाल पेश करते हुए 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने अपने पोते की जान बचाने के लिए अपनी किडनी दान कर दी। पोते की किडनी खराब हो जाने के बाद डॉक्टरों ने उसे अंग प्रत्यारोपण की सलाह दी थी, लेकिन परिवार में किडनी का मिलान (मैच) नहीं हो पा रहा था। ऐसे में दादी ने बिना देर किए अपनी किडनी दान करने का फैसला लिया।
किडनी फेल होने से जूझ रहा था पोता:
जानकारी के अनुसार, भोपाल के शिवाजी नगर निवासी 18 वर्षीय अंकित शर्मा को गुर्दे की गंभीर बीमारी थी। डॉक्टरों ने बताया कि उसका जीवन बचाने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प है। परिवार के अन्य सदस्यों की किडनी मैच नहीं हो रही थी, लेकिन उसकी दादी की किडनी उपयुक्त पाई गई।
दादी ने बिना सोचे लिया बड़ा फैसला:
डॉक्टरों के मुताबिक, दादी कुसुम शर्मा (70) को जब पता चला कि उनकी किडनी पोते के जीवन के लिए उपयुक्त है, तो उन्होंने तुरंत इसे दान करने का निर्णय लिया। दादी ने कहा,
“अगर मेरी किडनी से मेरे पोते की जान बच सकती है, तो इससे बड़ा सुख और कुछ नहीं हो सकता।”
सफल रहा ऑपरेशन:
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, दादी और पोते का ऑपरेशन सफल रहा। ट्रांसप्लांट के बाद दोनों स्वस्थ हैं। डॉक्टरों ने बताया कि दादी की उम्र ज्यादा होने के बावजूद उनका स्वास्थ्य अच्छा है, इसलिए वह किडनी दान कर सकीं।
समाज के लिए प्रेरणा:
दादी के इस त्यागपूर्ण कदम ने समाज में मानवता और प्रेम की मिसाल पेश की है। अस्पताल प्रशासन ने भी उनके साहस को सराहा और कहा कि रिश्तों में त्याग और बलिदान का यह उदाहरण सभी के लिए प्रेरणादायक है।
परिजनों ने जताया आभार:
अंकित के माता-पिता ने दादी के साहसिक निर्णय पर भावुक होकर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी मां ने अमूल्य उपहार देकर उनके बेटे को नई जिंदगी दी है।
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