Monday, December 1

शेयर बाजार ने रचा इतिहास: सेंसेक्स पहली बार 86,000 के पार, निफ्टी भी नई ऊंचाई पर

ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और विदेशी निवेश से बाजार में जबरदस्त जोश**

नई दिल्ली/बिज़नेस डेस्क। घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को नया इतिहास रच दिया। बीएसई सेंसेक्स पहली बार 86,000 अंक से ऊपर निकल गया, जबकि निफ्टी 50 सूचकांक ने 26,300 अंक के पार जाकर अपना नया रिकॉर्ड बना लिया। लार्ज-कैप से लेकर स्मॉल-कैप तक सभी इंडेक्स में हरे निशान की चमक नजर आई।

सेंसेक्स का पिछला उच्च स्तर 85,978.25 अंक था, वहीं निफ्टी ने इससे पहले सितंबर 2024 में 26,277.35 का रिकॉर्ड बनाया था। आज का उछाल बाजार में निवेशकों के भरोसे और सकारात्मक वैश्विक संकेतों का परिणाम माना जा रहा है।

किस सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी?

सेंसेक्स में शामिल 30 प्रमुख कंपनियों में से —

  • बजाज फाइनेंस
  • एक्सिस बैंक
  • लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
  • बजाज फिनसर्व
  • एशियन पेंट्स

ने 0.8% से 1.5% तक की बढ़त के साथ बढ़त की अगुवाई की।
मिडकैप और स्मॉल-कैप दोनों सूचकांकों में भी 0.1% की हल्की लेकिन सकारात्मक तेजी देखी गई।

बाजार को कहां से मिली गुड न्यूज?

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, तेजी के पीछे कई मजबूत कारक काम कर रहे हैं।

1. ब्याज दरें घटने की उम्मीद

अमेरिका और भारत दोनों में अगले महीने ब्याज दरों में कटौती की संभावना तेज हुई है। इससे इक्विटी मार्केट में निवेश आकर्षक हो गया है।

2. FIIs और DIIs की जोरदार खरीदारी

  • विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 26 नवंबर को ₹4,778 करोड़ की भारी खरीदारी की।
  • घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी ₹6,248 करोड़ के शेयर खरीदे।

दोनों की संयुक्त खरीदारी ने बाजार में मजबूती भर दी।

3. कंपनियों की कमाई को लेकर सकारात्मक उम्मीदें

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार के अनुसार—

“निफ्टी में बुधवार की 320 अंकों की तेजी ने बाजार का पूरा मूड बदल दिया है। इसके पीछे मजबूत फंडामेंटल सपोर्ट है। उम्मीद है कि FY26 की तीसरी और चौथी तिमाही में कंपनियों की कमाई उत्कृष्ट रहेगी। अक्टूबर में बढ़ी खपत का असर अब परिणामों में दिखने लगेगा।”

4. वैश्विक शांति की उम्मीद

रूस-यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान की संभावना और अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर तनाव में कमी से वैश्विक बाजारों का सेंटीमेंट सुधरा है।

5. डॉलर कमजोर, बाजार मजबूत

डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आई है क्योंकि ट्रेडर्स मान रहे हैं कि फेड अगले महीने दरों में कटौती करेगा। इससे उभरते बाजारों में निवेश का प्रवाह बढ़ा है।

अन्य वैश्विक संकेत

  • एशियाई शेयर बाजारों में भी आज व्यापक तेजी रही।
  • सोने की कीमत 0.4% गिरकर $4,146.53 प्रति औंस पर आ गई।
    पिछले सत्र में सोना 0.8% चढ़ा था—यह दरों में कटौती की उम्मीद का असर है।

निष्कर्ष

शेयर बाजार में आज की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग तेजी सिर्फ तकनीकी उछाल नहीं, बल्कि मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों, ब्याज दरों में संभावित कटौती और निवेशकों के बढ़ते विश्वास का मिश्रित परिणाम है। आने वाले दिनों में बाजार की दिशा इस बात पर निर्भर करेगी कि ब्याज दरों और कंपनियों की कमाई को लेकर अनुमान कितने सटीक साबित होते हैं।

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