
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सोमवार को हुए लाल किला ब्लास्ट की जांच में नया सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। गुरुवार को न्यू लाजपत राय मार्केट से फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने एक शव का टुकड़ा बरामद किया। यह बॉडी पार्ट विस्फोट स्थल से कई सौ मीटर दूर मिला, जिससे घटना की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
ब्लास्ट की भयावहता और फॉरेंसिक जांच
दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस ब्लास्ट में अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है। बरामद बॉडी पार्ट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि जांच में मदद मिल सके। शुरुआती फॉरेंसिक डीएनए टेस्ट से यह पुष्टि हुई कि लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट का आरोपी डॉ. उमर उन नबी था। उसके पैर का टुकड़ा आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास मिला, जिसे फोरेंसिक टेस्टिंग के लिए भेजा गया।
आतंकी साजिश और वित्तीय पहलू
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस ब्लास्ट में डॉक्टर मुजम्मिल, डॉक्टर अदील और शाहीन ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपए इकट्ठा किए, जो उमर को सौंपे गए। पैसे के लेन-देन को लेकर उमर और मुजम्मिल के बीच विवाद भी हुआ। इसके बाद उन्होंने हरियाणा के गुरुग्राम और नूंह से कई क्विंटल एनपीके उर्वरक खरीदा, जिसका इस्तेमाल IED बनाने में किया गया।
ब्लास्ट से पहले की हरकतें
सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर उमर ब्लास्ट से पहले एक मस्जिद भी गया था और करीब 10 मिनट रुका। उसके बाद लाल किले की ओर चला गया। 10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे उसने अपनी और वाहन में सवार अन्य लोगों की गाड़ियों को विस्फोट से उड़ा दिया। यह विस्फोट भारी ट्रैफिक के दौरान हुआ, जिससे आसपास के कई वाहन भी प्रभावित हुए।
जांच अभी जारी
दिल्ली पुलिस और FSL की टीम घटना की गहन जांच में जुटी हुई है। शुरुआती जांच में कई शहरों में सिलसिलेवार धमाकों की संभावना भी सामने आई है। जांच एजेंसियां इस मामले में किसी भी नई जानकारी के लिए सतर्क हैं।