
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस धमाके के तार 2019 के पुलवामा आतंकी हमले से जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं। जांच एजेंसियों ने पाया है कि इस वारदात में भी वही विस्फोटक तकनीक VBIED (Vehicle Borne Improvised Explosive Device) का इस्तेमाल हुआ, जो पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाने के लिए अपनाई गई थी।
💣 जैश-ए-मोहम्मद का नाम फिर आया सामने
जांच में यह बात सामने आई है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है। मुख्य संदिग्ध डॉ. मोहम्मद उमर उर्फ उमर नबी जैश से जुड़ा बताया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, उमर वही तकनीक और विस्फोटक प्रयोग कर रहा था जो पुलवामा हमले में किया गया था।
यह दूसरा मौका है जब जैश ने VBIED का इस्तेमाल किया है। इससे पहले 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले में जैश के आत्मघाती हमलावर ने इसी तकनीक से सीआरपीएफ की बस को उड़ाया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
⚠️ अधूरी तैयारी ने घटाया धमाके का असर
जांच से जुड़े अधिकारियों ने खुलासा किया है कि लाल किला धमाके में इस्तेमाल बम पूरी तरह तैयार नहीं था। इसी वजह से धमाका बड़ा होने के बावजूद उसका प्रभाव उतना घातक नहीं रहा जितना हो सकता था।
“इतने बड़े विस्फोट के बावजूद न तो घटनास्थल पर गड्ढा बना, न ही छर्रे या अन्य धातु के टुकड़े मिले,” — जांच अधिकारी।
जांचकर्ताओं का मानना है कि विस्फोटक को अत्यधिक घातक बनाने वाली कई रासायनिक सामग्री उसमें जोड़ी नहीं जा सकी थी, जिससे इसका असर सीमित रह गया।
🔍 फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा है धमाके का विस्फोटक
सूत्रों के अनुसार, यह धमाका फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में दिल्ली-एनसीआर और जम्मू-कश्मीर में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें करीब 3,000 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“लाल किला धमाके में वही विस्फोटक इस्तेमाल किया गया जो फरीदाबाद के ठिकानों से मिला था। ऐसा लगता है कि बढ़ते दबाव की वजह से संदिग्ध ने जल्दबाजी में यह विस्फोट कर दिया।”
🧨 घबराहट में दिया गया धमाका
जांच एजेंसियों को शक है कि संदिग्ध उमर नबी ने गिरफ्तारी के डर से यह आत्मघाती विस्फोट किया। सूत्रों के मुताबिक, धमाके में अमोनियम नाइट्रेट आधारित आईईडी का इस्तेमाल हुआ। फरीदाबाद मॉड्यूल पर हुई कार्रवाई के बाद उमर नबी ने अपना फोन बंद कर लिया था और छिपने की कोशिश में था।
“संभव है कि जब उसे लगा कि एजेंसियां करीब पहुंच चुकी हैं, तो उसने घबराहट में खुद को ही विस्फोट में उड़ा लिया,” — सुरक्षा सूत्र।
🇮🇳 सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
इस वारदात के बाद दिल्ली-एनसीआर और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर हैं। कई संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी चल रही है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह हमला किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था या फिर यह सिंगल-सुसाइड मिशन था।