
टीवी इतिहास के सबसे लोकप्रिय पौराणिक महाकाव्य ‘रामायण’ के निर्माण से जुड़े कई अनकहे किस्से आज भी दर्शकों के बीच चर्चा में रहते हैं। इनमें से एक मजेदार और प्यारा किस्सा जुड़ा है लव और कुश के रोल करने वाले बाल कलाकारों से।
रामानंद सागर का मास्टर स्ट्रोक
रामानंद सागर ने अपने इंटरव्यू में बताया कि स्क्रीन पर लव और कुश जितने मासूम दिखते थे, असल जिंदगी में उतने ही शरारती थे। कभी-कभी शूटिंग से इनकार कर देते और कहते, “हम काम नहीं करेंगे।” ऐसे में सेट पर अनुशासन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता था।
शुरू में रामानंद सागर ने शत्रुघ्न सिन्हा के जुड़वां बेटों को लव-कुश के लिए लेने की सोची थी, लेकिन यह संभव नहीं हुआ। अंततः महाराष्ट्र के स्वप्निल जोशी (कुश) और मयूरेश क्षत्रमाडे (लव) को चुना गया। दोनों की मासूमियत और अभिनय ने दर्शकों के दिलों में जगह बना ली।
लव-कुश लाठी लेकर आते थे सेट पर
रामानंद सागर ने बताया कि बच्चों की शरारतों को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने एक नाटक रचा। सेट पर दो आदमियों को लाठियों से पीटने का दिखावा किया और एक मेज भी तोड़ दी। इससे लड़कों को डर लगा और उन्होंने शूटिंग में सहयोग करना शुरू किया। लेकिन अगली सुबह, लव-कुश फिर से लाठियां लेकर सेट पर शरारत करने आए।
सांप की टोकरी से अनुशासन कायम किया
रामानंद सागर ने एक और मजेदार किस्सा साझा किया। किसी सीन के लिए सेट पर सांप लाए गए थे। जब सांप टोकरी से बाहर फिसल गया, तो दोनों बच्चे डर गए। इसके बाद रामानंद सागर ने सांपों की टोकरी का इस्तेमाल शरारत रोकने के लिए किया। जब भी बच्चे अनुशासन से हटते, वह टोकरी का ढक्कन थोड़ा उठाते और बच्चे डरकर अपने डायलॉग सही ढंग से बोलते।
यह किस्सा दर्शाता है कि कितने भी मासूम लगने वाले कलाकार हों, सेट पर अनुशासन और मजेदार तरीके से उसे बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण होता है।