
उत्तर प्रदेश के नोएडा से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सेक्टर-63 स्थित बहलोलपुर गांव में एक झुग्गी में रहने वाले सात वर्षीय मासूम की तेजाब पीने से मौत हो गई। मासूम ने खेलते समय प्यास लगने पर घर में रखी तेजाब की बोतल को पानी समझ लिया और उसे पी गया। इस हादसे से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है और परिवार गहरे सदमे में है।
खेलते वक्त लगा प्यास, बोतल बनी मौत का कारण
पुलिस के अनुसार, 25 दिसंबर को हरिनारायण का बेटा शिवरंजन (7) झुग्गी के बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते उसे तेज प्यास लगी। वह झुग्गी के अंदर गया, जहां एक बोतल में तेजाब रखा हुआ था। मासूम ने उसे पानी समझकर बोतल खोल ली और पी गया। तेजाब पीते ही उसकी हालत बिगड़ने लगी और वह जोर-जोर से रोने लगा।
अस्पताल में चली जिंदगी की जंग
परिजन घबराकर बच्चे को तत्काल सेक्टर-24 स्थित अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत बेहद नाजुक बताई गई। डॉक्टरों ने भरसक कोशिश की, लेकिन शनिवार को इलाज के दौरान शिवरंजन ने दम तोड़ दिया। बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक बच्चे के पिता हरिनारायण कूड़ा बीनने का काम करते हैं और परिवार झुग्गी में रहकर किसी तरह गुजर-बसर करता है। बच्चे की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं पिता सदमे में हैं।
लापरवाही पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना घरेलू लापरवाही का नतीजा है। यदि घर में बच्चे हों तो तेजाब जैसे खतरनाक रसायन खुले में रखना जानलेवा साबित हो सकता है। लोगों ने प्रशासन से गरीब बस्तियों में जागरूकता अभियान चलाने और खतरनाक रसायनों के सुरक्षित भंडारण को लेकर सख्ती करने की मांग की है।
यह हादसा एक बार फिर चेतावनी देता है कि थोड़ी सी लापरवाही मासूम जिंदगियों पर भारी पड़ सकती है।