
जालंधर के गोराया निवासी जगदीप कुमार ने मॉस्को से लौटकर दावा किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में कम से कम 10 भारतीयों की मौत हो गई है। ये सभी भारतीय रूसी सेना में शामिल थे और उन्हें युद्ध के मोर्चे पर भेजा गया था। मृतकों में तीन लोग पंजाब से हैं, जबकि बाकी उत्तर प्रदेश और जम्मू के रहने वाले हैं। इसके अलावा, चार भारतीय अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
जगदीप अपने भाई मनदीप की तलाश के लिए इस साल दो बार मॉस्को गए थे। उन्होंने रूसी अधिकारियों से युद्ध में मारे गए लोगों की एक सूची लेकर भारत लौटे। उनका कहना है कि वे अब इन शवों को भारत लाने के लिए अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
रूस यात्रा में सांसद बाबा सीचेवाल ने मदद की। जगदीप ने अपने भाई की मौत की पुष्टि करने वाले दस्तावेज सांसद के कार्यालय में जमा किए। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि अब तक उनकी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जगदीप ने कहा कि रूसी सेना में शामिल इन युवाओं के माता-पिता लंबे समय से अपने बच्चों के सुरक्षित लौटने की उम्मीद लगाए हुए थे। मॉस्को से लौटने के बाद जगदीप का कहना है कि उन्हें अब यह विश्वास हो गया है कि युद्ध ने कई भारतीयों की जान ले ली है।