
नई दिल्ली: बिहार के 15 साल के क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी ने न केवल भारतीय क्रिकेट जगत में तहलका मचाया है, बल्कि उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें मिलने वाला देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो 5 से 18 वर्ष के बच्चों को दिया जाता है। वैभव इस गौरव को प्रथम क्रिकेटर के रूप में प्राप्त करने वाले बने हैं।
वर्ल्ड रिकॉर्ड की नई मिसाल
वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 84 गेंदों में 190 रनों की तूफानी पारी खेलकर लिस्ट-ए क्रिकेट में शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी का विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस पारी में उन्होंने 16 चौके और 15 छक्के लगाए। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के जहूर इलाही का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
युवावस्था में कई उपलब्धियां
वैभव ने 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू कर भारत के सबसे युवा प्रथम श्रेणी क्रिकेटर होने का गौरव हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक और यूएई के खिलाफ 32 गेंदों में शतक उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनवाया। लगातार दो अंडर-19 एशिया कप में भारतीय टीम का मुख्य चेहरा बनने वाले वैभव आज भारतीय क्रिकेट का भविष्य और करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात
इस उपलब्धि के बाद वैभव सूर्यवंशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले। उनकी यह मुलाकात सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस पुरस्कार को उन्हें राष्ट्रपति ने भी प्रदान किया।
वैभव की लोकप्रियता
साल 2025 में गूगल पर किसी भी भारतीय क्रिकेटर को विराट कोहली या रोहित शर्मा से ज्यादा खोजा नहीं गया, बल्कि मोतिहारी के इस युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज के बारे में लोगों की उत्सुकता चरम पर रही। उनके प्रदर्शन और रिकॉर्ड की वजह से वे क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बन गए।
वैभव सूर्यवंशी न केवल भारत के क्रिकेट का भविष्य, बल्कि एक प्रेरक उदाहरण भी हैं, जो दिखाते हैं कि काबिलियत उम्र से नहीं रुकती।