
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी अब पूरी तरह ‘एक्शन मोड’ में है। पार्टी ने संगठन को मजबूत और समर्पित कार्यकर्ताओं के हाथ सौंपने के लिए ‘ऑपरेशन संगठन’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य भीतरघातियों और निष्क्रिय नेताओं को बाहर कर पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाना है।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के निर्देशन में पार्टी आलाकमान ने पुराने और नए जिला पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी दी है कि वे अपने जिलों और प्रखंडों का दौरा कर संगठन की वास्तविक स्थिति रिपोर्ट करें। प्रत्येक पर्यवेक्षक को यह काम 8 जनवरी तक पूरा करना है।
अभियान के तहत पार्टी उन जिलों को चिन्हित कर रही है जहां संगठन कमजोर है। जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर कमेटियां गठित की जाएंगी। इसके बाद गांव और बूथ स्तर पर संगठन सृजन होगा। अभियान में निष्क्रिय या भीतरघात करने वाले नेताओं को बाहर किया जाएगा और समर्पित कार्यकर्ताओं को संगठन की कमान सौंपी जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि यह अभियान संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और विश्वसनीय नेताओं को आगे लाने का प्रयास है। पार्टी आलाकमान ने स्पष्ट किया है कि निष्क्रिय और कमजोर पदाधिकारी या कार्यकर्ता इस प्रक्रिया में टिक नहीं पाएंगे।
इस मुहिम से कांग्रेस की मंशा साफ है: बिहार में आने वाले समय में पार्टी को हर स्तर पर संगठित, सक्रिय और भरोसेमंद बनाना, ताकि भविष्य में चुनावी सफलता सुनिश्चित की जा सके।