
मेलबर्न।
एशेज सीरीज पहले ही गंवा चुकी इंग्लैंड की टीम चौथे टेस्ट में भी खुद को संभाल नहीं सकी। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले जा रहे बॉक्सिंग-डे टेस्ट के पहले ही दिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी पूरी तरह चरमरा गई और टीम पहली पारी में महज 110 रन पर सिमट गई। दिन का खेल समाप्त होने तक तीन सेशन में कुल 20 विकेट गिर चुके थे, जिससे मैच तेजी से नतीजे की ओर बढ़ता दिख रहा है।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने पहले शानदार प्रदर्शन कर ऑस्ट्रेलिया को 152 रन पर ढेर कर दिया था, लेकिन बल्लेबाजों की लापरवाही ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। इंग्लैंड की टीम 100 रन से कम पर सिमटने से जरूर बच गई, लेकिन यह सुकून भी गस एटकिंसन की जुझारू बल्लेबाजी की बदौलत ही मिला।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का कहर
ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल स्टार्क, माइकल नेजर और स्कॉट बोलैंड ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।
- माइकल नेजर ने 4 विकेट,
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स्कॉट बोलैंड ने 3 विकेट,
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मिचेल स्टार्क ने 2 विकेट,
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जबकि कैमरून ग्रीन ने 1 विकेट चटकाया।
इंग्लैंड ने महज 30 ओवर में पूरी पारी गंवा दी। एक समय स्कोर 91 रन पर 9 विकेट हो चुका था। आखिरी विकेट के लिए गस एटकिंसन ने संघर्ष किया, लेकिन कैमरून ग्रीन ने अपने पहले ही ओवर की पहली गेंद पर उनका स्टंप उखाड़कर इंग्लैंड की पारी समाप्त कर दी।
टॉप ऑर्डर पूरी तरह फ्लॉप
इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम के पहले चार विकेट सिर्फ 16 रन पर गिर गए।
- जो रूट एक बार फिर 0 पर आउट हुए—इस सीरीज में उनका यह दूसरा डक है।
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कप्तान बेन स्टोक्स 16 रन बनाकर माइकल नेजर का शिकार बने।
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हैरी ब्रूक ने 34 गेंदों में 41 रन की आक्रामक पारी जरूर खेली, लेकिन पिच की प्रकृति के अनुरूप संयम की कमी उन्हें भारी पड़ी।
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एटकिंसन ने अंत में 28 रन बनाकर टीम को 100 के पार पहुंचाया।
पहले ऑस्ट्रेलिया भी रही संघर्ष में
इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भी इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी थी।
- जोश टंग ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया को 152 रन पर रोक दिया।
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उस्मान ख्वाजा (29), एलेक्स कैरी (20) और माइकल नेजर (35) ने कुछ प्रतिरोध दिखाया।
तेजी से नतीजे की ओर बढ़ता मैच
पर्थ टेस्ट की तरह इस मुकाबले में भी विकेटों की झड़ी लगी हुई है। पहले ही दिन 20 विकेट गिरने से यह संकेत साफ है कि यह टेस्ट मैच भी ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। अब देखना होगा कि दूसरी पारी में बल्लेबाज हालात से कितना सीख पाते हैं या फिर गेंदबाजों का दबदबा जारी रहता है।