Wednesday, December 24

बांग्लादेश के चटगांव में हिंदुओं के घर जलाए गए, तस्लीमा नसरीन ने यूनुस पर साधा निशाना

 

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ढाका: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। पिछले हफ्ते मजदूर दीपू चंद्र दास की हत्या के बाद अब चटगांव में कई हिंदू परिवारों के घरों को बाहर से बंद कर जला दिया गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हमलावरों का मकसद लोगों को घरों में ही जलाकर मारना था। हालांकि, घर कच्चे होने के कारण लोग किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

 

हिंसा का भयावह स्वरूप:

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुस्लिम हमलावरों की भीड़ ने घरों को बाहर से बंद कर पेट्रोल डालकर आग लगाई। कई घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। पीड़ितों ने बताया कि यह हमला सुनियोजित था और इसका उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय को डराना और पलायन के लिए मजबूर करना था। लोगों की सालों की मेहनत, जमा पूंजी और आजीविका के साधन इस हिंसा में नष्ट हो गए।

 

तस्लीमा नसरीन का हमला:

मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इस हिंसा को लेकर यूनुस पर सीधा हमला किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर जलते घरों का वीडियो साझा करते हुए सवाल उठाया कि क्या यूनुस हिंदू-विरोधी हिंसक समूहों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या पीड़ितों को मुआवजा मिलेगा या इस घटना को नजरअंदाज कर दिया जाएगा।

 

यूनुस प्रशासन पर सवाल:

पिछले साल शेख हसीना सरकार के पतन के बाद, यूनुस प्रशासन ने जेल में बंद कट्टर इस्लामिक चरमपंथियों को रिहा किया था। उसके बाद से पूरे देश में हिंदू समुदाय के खिलाफ उत्पात बढ़ गया है। पीड़ित परिवार अब सवाल कर रहे हैं कि वे अपने घरों को दोबारा कैसे बनाएंगे और क्या सरकार उन्हें सुरक्षा या राहत प्रदान करेगी।

 

स्थानीय माहौल:

घटना के बाद चटगांव में दहशत का माहौल है और कई परिवार अस्थायी ठिकानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय समुदाय का कहना है कि इस तरह की हिंसा सिर्फ अल्पसंख्यकों के डराने और उन्हें विस्थापित करने के उद्देश्य से की जा रही है।

 

 

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