
डिंडोरी: मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया ने एक अनूठा कदम उठाते हुए रात में गांव जाकर चौपाल लगाई। इस मौके पर कलेक्टर के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौजूद रही।
कारीगड़हरी ग्राम पंचायत में आयोजित रात्रि चौपाल में कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याएँ विस्तार से सुनी। जल आपूर्ति, सिंचाई और आंगनवाड़ी केंद्र जैसी जन सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं पर उन्होंने सक्रिय रुचि दिखाई। एक बुजुर्ग ग्रामीण ने बताया कि पानी लाने के लिए उन्हें एक किलोमीटर तक पैदल जाना पड़ता है। कलेक्टर ने सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा, “मैं आपके बीच बैठकर आपकी समस्याएं सुनना चाहती हूं। हर मंगलवार को जनसुनवाई होती है, लेकिन आपकी सुविधा के लिए आज रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया है। बिजली, पानी और अन्य विभागों के अधिकारी भी आपके सवालों के जवाब देंगे।”
2014 बैच की आईएएस अधिकारी अंजू पवन भदौरिया, जो अक्टूबर 2025 में डिंडोरी कलेक्टर बनी हैं, अपने नवोन्मेषी प्रशासनिक दृष्टिकोण के लिए प्रदेश भर में मिसाल बनी हैं। उन्होंने यह साबित किया कि प्रशासन का उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें जमीन पर लागू कर ग्रामीणों तक लाभ पहुँचाना भी है।