
CLAT 2026 में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल कर देशभर में चर्चा का विषय बनीं गीताली गुप्ता ने डमी स्कूलों के बढ़ते चलन पर चिंता जताते हुए स्पष्ट कहा कि नियमित स्कूली पढ़ाई ही छात्रों के सर्वांगीण विकास की असली नींव है। भोपाल प्रवास के दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्कूल की पढ़ाई के साथ संतुलन बनाकर लॉ एंट्रेंस जैसी परीक्षाओं की तैयारी पूरी लगन से की जा सकती है।
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की रहने वाली 17 वर्षीय गीताली गुप्ता ने बताया कि उन्होंने कभी डमी स्कूल का सहारा नहीं लिया। नियमित पढ़ाई के साथ ही उन्होंने CLAT की तैयारी की और सफलता हासिल की। गीताली ने बताया कि 10वीं में उन्हें 96.6 प्रतिशत अंक मिले थे और 12वीं की पढ़ाई भी पूरी मेहनत और अनुशासन के साथ की।
संतुलन और निरंतरता से मिलती है सफलता
छात्रों को संदेश देते हुए गीताली ने कहा कि सफलता का मंत्र संतुलन, निरंतरता और आत्मविश्वास है। उन्होंने कहा कि अगर छात्र अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें और खुद पर भरोसा बनाए रखें, तो कोई भी परीक्षा पास करना मुश्किल नहीं होता। दृढ़ता और नियमित अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।
वायरल रिएक्शन पर बोलीं गीताली
CLAT के नतीजों के बाद वायरल हुए अपने इमोशनल वीडियो को लेकर गीताली ने कहा कि वह पल पूरी तरह वास्तविक और भावनाओं से भरा हुआ था। उन्होंने बताया कि उन्हें कभी अंदाजा नहीं था कि उनका रिएक्शन इतना वायरल हो जाएगा।
“जब मैंने रिजल्ट देखा, तो मैं हैरान रह गई। वह खुशी और मेहनत के सालों का नतीजा था, जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है,” गीताली ने कहा।
वायरल वीडियो में गीताली अपने घर के पास स्थित एक मंदिर में बैठकर मोबाइल पर परिणाम देखती नजर आती हैं। अविश्वास और खुशी के उस पल में उनकी आंखों से निकले आंसू उनकी कड़ी मेहनत और लगन की गवाही देते हैं।
प्रदेश और जिले का नाम रोशन
गीताली गुप्ता ने CLAT 2026 परीक्षा में 119 में से 112.75 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल श्रीगंगानगर बल्कि पूरे राजस्थान का नाम देशभर में रोशन हुआ है। CLAT को देश की सबसे प्रतिष्ठित लॉ यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षाओं में गिना जाता है।
गीताली की सफलता आज के छात्रों के लिए यह संदेश है कि डमी स्कूल नहीं, बल्कि नियमित पढ़ाई, अनुशासन और आत्मविश्वास ही कामयाबी की असली राह है।