
नई दिल्ली: गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में स्टैंडअप कॉमेडी में अश्लील शब्दों के इस्तेमाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसे लेकर चर्चा गरम हो गई। उनका कहना था कि गाली-गलौज का इस्तेमाल केवल बातचीत में “स्वाद” बढ़ाने के लिए किया जाता है, जैसे मिर्च बेस्वाद खाने में स्वाद बढ़ाती है।
जावेद अख्तर ने एक कार्यक्रम में कहा, “अगर आप अच्छी भाषा बोल सकते हैं और हाजिरजवाब हैं, तो आपको इस ‘मिर्च’ की जरूरत नहीं है। दुनिया में जहाँ-जहाँ गरीबी है, वहां लोग मिर्च ज्यादा खाते हैं क्योंकि खाना बेस्वाद होता है। गाली-गलौज भी उसी तरह की ‘भाषाई मिर्च’ है।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कॉमेडियन जाकिर खान ने कहा, “मैं जावेद अख्तर की इज्जत करता हूं और उनका काम पसंद करता हूं। लेकिन किसी की भाषा और शैली पर किसी को अनिवार्य रूप से रोकने का हक नहीं है। लोग सीखते हैं, अनुभव से समझते हैं और कुछ चीजों से बचते भी हैं। आप किसी पर उंगली नहीं उठा सकते।”
यह बहस इस समय गरमाई है क्योंकि कई स्टैंडअप कॉमेडियन्स के विवादित क्लिप्स इंटरनेट पर वायरल हुए और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। जाकिर खान ने साफ कहा कि आर्टिस्ट के नाते, किसी की शैली पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाना उचित नहीं।
कॉमेडी में अश्लील शब्दों की जरूरत और सीमाएं लेकर यह बहस जारी है और दर्शकों के बीच भी विभिन्न राय देखने को मिल रही हैं।